नई दिल्ली, 16 मार्च । देश में लोकसभा का अगला चुनाव सात चरणों मे होने जा रहा है। चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है।
लोकसभा के पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई, चौथे चरण के लिए 13 मई, पांचवे चरण के लिए 20 मई, छठे चरण के लिए 25 मई और सातवें चरण के लिए 1 जून को मतदान होगा। नतीजों की घोषणा 4 जून को होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दोनों चुनाव आयुक्तों – ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ शनिवार को नई दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। चुनाव आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार इस बार देश में लोकसभा के चुनाव सात चरणों में होंगे। आपको बता दें कि 2019 का पिछला लोकसभा चुनाव भी देश में सात चरणों में ही हुआ था।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि वर्तमान 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। उन्होंने चुनाव के पर्व को देश का पर्व बताते हुए कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में चुनाव कराना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है। लेकिन, आयोग ने पिछले दो वर्षों ने इसे लेकर बड़ी तैयारी की है।
उन्होंने कहा कि आयोग ने देश के सभी जिलों के डीएम और एसएसपी या एसपी से बात की है, तमाम स्तरों पर व्यापक तैयारी की है। उन्होंने आगे कहा कि इस बार 97 करोड़ के लगभग (96.8 करोड़) पंजीकृत मतदाता हैं, देश में 10.5 लाख मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव कराने के लिए 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी हैं, 55 लाख ईवीएम और 4 लाख वाहन की व्यवस्था है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है और चुनाव में हिंसा को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही चुनाव में धन बल और बाहुबल के दुरुपयोग को रोकने के लिए भी पुख्ता व्यवस्था की गईं है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी दावा किया कि उन्हें पूरा विश्वास है कि सबकी भागीदारी से चुनाव आयोग यादगार, निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने में कामयाब होगा।
लोकतंत्र के सबसे पड़े पर्व में इस बार देश भर में 96.8 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे, जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 49.7 करोड़ और महिला मतदाताओं की संख्या 47.1 करोड़ है। इसमें फर्स्ट टाइम वोटर्स की संख्या 1.82 करोड़ है। इस बार यंग वोटर्स में 21 से लेकर 29 साल के वोटर्स के आंकड़े भी शामिल किए गए हैं, जिनमें 19.74 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे।
इसके साथ ही बुजुर्ग वोटर्स की संख्या भी चुनाव आयोग ने बताई है, जिसमें 85 साल से ज्यादा उम्र के 82 लाख मतदाता हैं। वहीं, 100 साल की उम्र से ज्यादा 2.18 लाख मतदाता हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया है कि इस बार ट्रांसजेंडर्स मतदाताओं की संख्या 48 लाख है। 88.4 लाख दिव्यांग मतदाता हैं। इसके साथ ही 2.18 लाख सर्विस इलेक्टर्स मतदाता हैं। इस बार महिलाओं के भी बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के इस सबसे बड़े पर्व में हिस्सा लेने की उम्मीद है। 18 से 19 साल की महिला वोटर्स की संख्या इस बार 85.3 लाख है। इसके साथ ही देशभर के 12 राज्य ऐसे हैं, जहां पर महिला वोटर्स का अनुपात पुरुषों के मुकाबले 1,000 हजार से ज्यादा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज से भी कहा गया है कि वह यूथ को ज्यादा से ज्यादा मोटिवेट करें और लोकतंत्र के इस सबसे बड़े पर्व में अपनी भागीदारी के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करें। इस बार जो नए मतदाता हैं, वह हमारे एंबेसडर्स के तौर पर होंगे और उम्मीद है कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रेरित भी करेंगे। (राजेश अलख)
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