गंगटोक : सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने शनिवार को यहां नॉर्थ ईस्टर्न स्पेस एप्लिकेशंस सेंटर (एनईएसएसी) सोसाइटी की 12वीं बैठक में राज्य में सतत विकास को बढ़ावा देने हेतु उन्नत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में सहयोग हेतु अंतरिक्ष विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया।
बैठक में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री गोले ने एनईएसएसी के साथ सिक्किम के सहयोग से प्राप्त कई उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जिनमें मानसिक स्वास्थ्य नवाचार के तहत स्वस्थ मन मोबाइल ऐप का विकास, कृषि क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा बढ़ाने के लिए चावल और मक्का का फसल मूल्यांकन, ग्लेशियल झीलों के खतरे का अध्ययन और प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों की तैनाती आदि शामिल हैं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने राज्य के सामने आने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों को भी संबोधित किया। इनमें जलवायु परिवर्तन जोखिम और व्यापक आपदाएं शामिल रहे। उन्होंने बताया कि सिक्किम में देश की 189 उच्च जोखिम वाली ग्लेशियल झीलों में से 40 हैं, जो जीएलओएफ का खतरा पैदा करती हैं। वहीं, पिछले वर्ष अक्टूबर की ग्लेशियल बाढ़ ने भूकंप, भूस्खलन और बाढ़ जैसी परस्पर जुड़ी आपदाओं के प्रति राज्य की संवेदनशीलता को उजागर किया गया।
इन सभी चुनौतियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने इनसे निपटने हेतु कई सिफारिशें पेश कीं। उन्होंने उपग्रह सहायता की बात उठायी जिसमें बेहतर आपदा नियोजन के लिए उच्च-रिजॉल्यूशन वाली उपग्रह इमेजरी तक पहुंच सुनिश्चित करने की बात कही। रियल टाइम डेटा के तहत उपग्रह प्रौद्योगिकी के साथ मौसम स्टेशनों और प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों की अग्रणी कनेक्टिविटी, जलवायु-स्मार्ट गांव, नदी आकृति विज्ञान अध्ययन आदि की भी सिफारिशें मुख्यमंत्री ने कीं।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने सामूहिक प्रयासों, एनईएसएसी के साथ निरंतर सहयोग और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व के माध्यम से इन चुनौतियों पर काबू पाने का विश्वास व्यक्त किया।
बैठक में पूर्वोत्तर क्षेत्र में लचीलापन बनाने और सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए सिक्किम की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया।
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