sidebar advertisement

यूपी में ग्रीनफील्ड ईवी विनिर्माण इकाई स्थापित करेगा अशोक लीलैंड

लखनऊ, 15 सितम्बर (एजेन्सी)। दुनिया की अग्रणी वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लीलैंड प्रदेश में इलेक्ट्रिक बस निर्माण की इकाई लगाएगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री Yogi Adityanath की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में अशोक लीलैंड और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए।


उत्तर प्रदेश में अशोक लीलैंड का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन प्रदेश के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। यह आश्चर्य का विषय का था कि 25-30 करोड़ की विशाल आबादी, देश की सबसे बड़ी युवा पूंजी वाले राज्य में अब तक अशोक लीलैंड की उपस्थिति नहीं हो सकी थी। इस लिहाज से आज का दिन ऐतिहासिक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने हर निवेशक को सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। छह वर्ष पहले तक जो औद्योगिक समूह यहां आने से परहेज करते थे, आज यहां आने के बाद अपने संस्थान का विस्तार कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अशोक लीलैंड का उत्तर प्रदेश में निवेश का निर्णय समयानुकूल है और पूरे हिंदुजा ग्रुप को इसका लाभ मिलेगा। प्रदेश सरकार नेट ज़ीरो मिशन के अनुरूप निजी क्षेत्र के निवेश को आकर्षित करने के लिए उत्सुक है। स्वच्छ सार्वजनिक और माल परिवहन से उत्सर्जन को कम करना उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार, इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण एवं परिचालन की दिशा में लगातार काम कर रही है। हमने इस संबंध ने राज्य की नीति भी जारी की है। आज सर्वाधिक ईवी उत्तर प्रदेश में पंजीकृत हैं। अब हम अधिकाधिक चार्जिंग स्टेशनों को विकसित करने का कार्य कर रहे हैं। यूपीएसआरटीसी के बेड़े में इलेक्ट्रिक वाहन शामिल कर रहे हैं। विभिन्न नगरों में ईवी संचालित हो रही है।

अशोक लीलैंड के चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा कि हम इस वर्ष अशोक लीलैंड की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। राज्य में एक विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना इसे आकार देने की हमारी प्रतिबद्धता की व्यक्त करता है।

आज उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक माहौल उद्योगों के विकास के अनुकूल है और कंपनी इसका पूरा लाभ उठाने को तत्पर है। हमने पहली बार इसी साल 10 अगस्त को यूपी ने निवेश के लिए बातचीत की थी और आज 15 सितंबर है। महज 36 दिन के भीतर सब कुछ तय हो गया।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की यह इकाई 18 माह में प्रारंभ हो जाएगी। चरणबद्ध रूप से यहां ई-मोबिलिटी के विभिन्न आयामों पर कार्य किया जाएगा। आने वाले वर्षों में कंपनी डीजल बसों और वाणिज्यिक वाहनों के पूरे बेड़े को इलेक्ट्रिक और अन्य वैकल्पिक ईंधन में बदलने की योजना पर काम कर रही है।

मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि अशोक लीलैंड का उत्तर प्रदेश में इकाई स्थापित करने का निर्णय कंपनी की ताकत को और बढ़ाएगा। यह हमारे युवाओं के लिए रोजगार के अतिरिक्त अवसर पैदा करेगा। इससे हमें अपने कार्यबल के कौशल को बढ़ाने और क्षेत्र की समग्र अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में बड़ी सहायता मिलेगी।

MOU के तहत अशोक लीलैंड प्रदेश में ई-मोबिलिटी पर केंद्रित एकीकृत वाणिज्यिक वाहन बस संयंत्र स्थापित करेगा, जो राज्य में अशोक लीलैंड का पहला संयंत्र होगा। अशोक लीलैंड मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक बसों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें वर्तमान में उपलब्ध ईंधन के साथ-साथ उभरते वैकल्पिक ईंधन द्वारा संचालित अन्य वाहनों को भी असेंबल करने की सुविधा होगी।

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

sidebar advertisement

National News

Politics