फंसे हुए 34 लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से निकाला गया

एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची, बारिश से राहत कार्य में आ रही बाधा

गंगटोक : उत्तर सिक्किम में प्रतिकूल मौसम के कारण उत्पन्न व्यवधानों के मद्देनजर सिक्किम सरकार ने आधिकारिक तौर पर स्थिति को आपदा घोषित कर तत्काल और समन्वित प्रतिक्रिया कर रही आवश्यकता है। इसके मद्देनजर, राज्य के मुख्य सचिव आर तेलंग ने एनडीआरएफ, एसएसडीएमए और भारतीय सेना के साथ मिलकर काम करते हुए फंसे हुए नागरिकों की सहायता करने और चाटन और लाचेन के प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच बहाल करने के लिए बड़े पैमाने पर राहत और निकासी अभियान शुरू किया है।

आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना के तहत किये गये पहले सफल एयरलिफ्ट अभियान में आज सुबह दो एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टरों ने चाटन से फंसे हुए 34 लोगों को सफलतापूर्वक पाकिम ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे तक पहुंचाया। बचाए गए लोगों में सेना कर्मियों के परिवार के सात सदस्य और 27 पर्यटक शामिल हैं। वहीं, भूस्खलन में घायल हुए सेना कर्मी भी विमान में सवार थे जो वर्तमान में चिकित्सारत है।

वहीं, जमीनी प्रयासों को मजबूत करने के लिए पाकिम से रवाना हुई सैटेलाइट फोन और आवश्यक राहत उपकरणों से लैस 23 एनडीआरएफ कर्मियों की एक टीम चाटन पहुंच गई है। एनडीआरएफ ने तब से वैकल्पिक ट्रांसशिपमेंट मार्गों की टोह लेना शुरू कर दिया है और निरंतर समर्थन के लिए भारतीय सेना के साथ समन्वय कर रहा है। भारतीय सेना की 112 ब्रिगेड ने लाचेन और चाटन के बीच एक महत्वपूर्ण पैदल मार्ग स्थापित किया है, जिससे वर्तमान में सड़क मार्ग से दुर्गम क्षेत्रों में चरणबद्ध जमीनी आवाजाही की संभावना सक्षम हुई है।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, सिक्किम सरकार ने एक रणनीतिक निकासी योजना की रूपरेखा तैयार की है, जिसके तहत लाचेन से पर्यटकों को पैदल मार्ग से चाटन ले जाया जाएगा और बाद में मौसम की स्थिति के आधार पर हवाई मार्ग से ले जाया जाएगा। हालांकि, चाटन में भारी बारिश सहित लगातार खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर की आगे की उड़ानें नहीं हो पाईं हैं। उन्हीं परिस्थितियों के कारण, राज्य प्रशासन की टीमें, जिन्हें आज चाटन के लिए हवाई मार्ग से ले जाया जाना था, अब कल जमीनी राहत कार्यों को मजबूत करने के लिए तैनात की जाएंगी।

प्रशासन की ओर से बताया गया है कि इन चुनौतियों के बावजूद सिक्किम सरकार सभी प्रभावित व्यक्तियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। वरिष्ठ अधिकारी पूरी स्थिति पर बारीकी से नजर रखते हुए अंतर-एजेंसी संचालन का समन्वय कर रहे हैं और प्रभावित क्षेत्रों में कर्मियों, सहायता और संचार बुनियादी ढांचे की तेजी से तैनाती की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निर्देशों के तहत राज्य प्रशासन राहत प्रदान करने और निकासी की सुविधा के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से समन्वय कर रहा है। चौबीसों घंटे निगरानी के साथ ही प्रशासन ने जनता से सतर्क रहने और इस प्राकृतिक आपदा के दौरान निकासी टीमों और स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की है।

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