गंगटोक : सिक्किम के खस समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी मामले का मुद्दा गरमा गया है और आज इसे लेकर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) को राज्य विधानसभा में बयान देना पड़ा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है।
आज विधानसभा सत्र के दौरान सीएम गोले ने कहा कि सैम्सुंग तमांग को खस समुदाय के खिलाफ नफरत भरी टिप्पणी करने के लिए उकसाने के लिए विपक्ष जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास उठाने के लिए कोई वास्तविक मुद्दा नहीं है और वह बेवजह विवाद पैदा कर रहा है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री का यह बयान उस समय आया है जब आज ही मामले के आरोपी सैम्सुंग तमांग को बिहार के बोधगया से सिक्किम वापस लाया गया है। सैम्सुंग तमांग को व्यापक तलाशी अभियान के बाद 19 फरवरी को बोधगया में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद तमांग ने यह दावा किया कि एक विपक्षी नेता ने उनके कार्यों को प्रभावित किया था, जिससे मामले की जांच और जटिल हो गई।
सैम्सुंग तमांग की गिरफ्तारी सिक्किम पुलिस द्वारा बिहार पुलिस के सहयोग से चलाए गए 13 दिनों के सघन अभियान का परिणाम है। तमांग की तलाश में एसडीपीओ ताशी छोफेल भूटिया के नेतृत्व में एक टीम बिहार गयी थी और जांच में उन्नत तकनीकी निगरानी और खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान शामिल था। इससे पुलिस को विभिन्न क्षेत्रों में तमांग की गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिली।
पुलिस की जांच उत्तर बंगाल में नक्सलबाड़ी, तराई क्षेत्रों, नेपाल सीमा, कर्सियोंग, दार्जिलिंग सहित दिल्ली एवं अन्य कई स्थानों तक फैली हुई थी। लगातार जांच एवं तलाशी अभियानों से एक सफलता तब मिली जब तकनीकी खुफिया जानकारी के आधार पर बिहार के बोधगया को तमांग के संभावित ठिकाने के रूप में चिन्हित किया गया। उसके बाद, बिहार पुलिस के साथ समन्वित प्रयास में राज्य पुलिस टीम ने वहां जाकर आरोपी को सफलतापूर्वक हिरासत में ले लिया।
बहरहाल, सिक्किम लाने के बाद सैम्सुंग को पुलिस हिरासत में रखा गया है। इसी दौरान, मीडिया से बातचीत में सैम्सुंग तमांग ने आरोप लगाया कि विपक्षी नेता गणेश राई ने कार्सियांग विधायक बीपी बाजगाईं के माध्यम से मुझे समुदाय के खिलाफ बोलने के लिए कहा। फिलहाल अधिकारी मामले की जांच जारी रखे हुए हैं।
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