नामची । महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला महिला सशक्तिकरण केंद्र द्वारा आज जोरथांग वन स्टॉप सेंटर में 100 दिवसीय जागरुकता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें नामची डीसी अनुपा तामलिंग, जोरथांग एसडीएम मोनिका राई, एसडीपीओ मिंग्युर टी नादिक, एसएचओ उमेश प्रधान, महिला व बाल विकास विभाग की डीपीओ जोशुआ लामा, अतिरिक्त पोषण निदेशक सोफिया लेप्चा, चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल मुखिया एवं अन्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम के संवादात्मक सत्र में डीसी अनुपा तमलिंग ने इसे सफल बनाने हेतु डीएचईडब्ल्यू टीम और ओएससी कर्मचारियों को बधाई देते हुए महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों की घटनाओं को कम करने के लिए विभिन्न विभागीय योजनाओं के बारे में जागरुकता फैलाने को महत्वपूर्ण बताया। इसके तहत उन्होंने टीम को जिले के विभिन्न प्रखंडों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
इसी तरह, जोरथांग एसडीएम और एसडीपीओ ने भी डीएचईडब्ल्यू और ओएससी टीमों को उनकी रणनीतियों में सुधार की दिशा में अपने विचार साझा किये। जिला मिशन समन्वयक हेमा देवी शर्मा ने डीएचईडब्ल्यू की पहलों का अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने कौशल विकास, रोजगार के अवसर, डिजिटल साक्षरता और स्वास्थ्य व पोषण सहित व्यापक सहायता सेवाएं प्रदान करने में हब की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने महिला-केंद्रित योजनाओं को लागू करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के बीच एक माध्यम के रूप में डीएचईडब्ल्यू की भूमिका का भी उल्लेख किया।
इसके अलावा, ओएससी की केंद्र प्रशासक संगीता गुरुंग और ड्रग्स सफाई अभियान की अध्यक्ष कुमारी माझी ने भी क्रमश: केंद्र के संचालन एवं सफलता और नशीली दवाओं की तस्करी से निपटने में ड्रग्स सफाई अभियान के प्रयासों की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों से संबंधित मामलों में सहायता के लिए जोरथांग के हाउसिंग कॉलोनी में वन स्टॉप सेंटर या महिला हेल्पलाइन नंबर 181 के माध्यम से टीम से संपर्क कर सहायता ली जा सकती है।
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