मंगन : उत्तरी सिक्किम के रणनीतिक रूप से संवेदनशील और आपदा संवेदनशील क्षेत्र में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा बहाल एवं सुदृढ़ करने के अपने मिशन में सीमा सड़क संगठन वर्तमान में अपने प्रोजेक्ट स्वास्तिक के तहत तीन प्रमुख पुल परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रहा है। सांकलंग, रिचू नाला और जंगू 6 माइल में स्थित ये पुल क्षेत्र में आम नागरिकों और सैन्य रसद आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं।
बीआरओ की ओर से इसकी जानकारी देते हुए बताया गया है कि तीस्ता नदी पर सांकलंग मॉड्यूलर ब्रिज को नदी के शक्तिशाली प्रवाह स्थितियों और अस्थिर ढलानों के तहत बनाया जा रहा है। यह मंगन-चुंगथांग कॉरिडोर को महत्वपूर्ण विकल्प प्रदान करेगा और जोंगू के साथ-साथ आगे लाचेन और लाचुंग तक पहुंच बहाल करेगा। वहीं, दूसरा रिचू बेली ब्रिज भूस्खलन की आशंका वाले सबसे खतरनाक क्षेत्र रिचू नाले पर स्थित है। इसके निर्माण में लगातार बारिश के तहत ढलान को स्थिर करना और सुरक्षात्मक कार्य शामिल हैं। पूरा होने के बाद, यह बेली ब्रिज एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगा, जो सैन्य और नागरिक दोनों वाहनों की सुगम और सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करेगा।
इसके अलावा, कठिन भूभाग और लॉजिस्टिक बाधाओं के कारण एक दशक से अधिक समय से लंबित जोंगू 6 माइल में खांखा नदी पर ब्रिज का निर्माण सांकलंग-साकिंग पैंटोंग रोड के 15 किलोमीटर पर किया जा रहा है। पूरा होने के बाद, यह अपर जोंगू के लोगों के लिए लाइफ लाइन बन जाएगा, जो आवश्यक सेवाओं तक निर्बाध पहुँच प्रदान करेगा और स्थानीय आजीविका को बढ़ावा देगा। उल्लेखनीय है कि लगातार प्रतिकूल मौसम, ऊबड़-खाबड़ इलाके और अन्य चुनौतियों के बावजूद ये परियोजनाएं बीआरओ कर्मियों के बेजोड़ समर्पण और इंजीनियरिंग क्षमता के प्रदर्शन का प्रतीक हैं।
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