हैदराबाद, 14 नवम्बर (एजेन्सी)। आरएसएस के साथ कथित संबंधों को लेकर तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है।
रेवंत रेड्डी ने कहा था कि असदुद्दीन ओवैसी की शेरवानी के नीचे ‘खाकी निक्कर’ है। इसके बाद ओवैसी ने रेवंत रेड्डी को ‘आरएसएस की कठपुतली’ बताया।
हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी पिछले कुछ हफ्तों से रेवंत रेड्डी पर उनकी कथित आरएसएस बैकग्राउंड को लेकर निशाना साध रहे हैं। चुनाव प्रचार के तहत सार्वजनिक बैठकों के दौरान असदुद्दीन औवेसी और उनके भाई अकबरुद्दीन औवेसी आरोप लगाते रहे हैं कि रेवंत रेड्डी आरएसएस के एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने भी कई मौकों पर इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने टिप्पणी की थी कि कांग्रेस ने आरएसएस बैकग्राउंड वाले एक व्यक्ति को राज्य प्रमुख के रूप में नियुक्त कर गांधी भवन (राज्य कांग्रेस मुख्यालय) को ‘गोडसे भवन’ में बदल दिया है।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) कमेटी के प्रमुख ने स्वीकार किया कि वह अतीत में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े थे, लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया।
इस जुबानी जंग का लेटेस्ट दौर पिछले सप्ताह तब शुरू हुआ जब रेवंत रेड्डी ने चुनावी रैलियों के दौरान असदुद्दीन ओवैसी द्वारा उन्हें ‘आरएसएस अन्ना’ कहकर संबोधित करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
ओवैसी पर अपना हमला तेज करते हुए रेवंत रेड्डी ने सोमवार को टिप्पणी की थी कि असदुद्दीन ओवैसी की शेरवानी के नीचे ‘खाकी निक्कर’ है। मैंने सोचा कि असदुद्दीन ओवैसी की शेरवानी के नीचे पायजामा है लेकिन उसके नीचे खाकी निक्कर है।
टीपीसीसी प्रमुख ने यह भी उल्लेख किया कि एमआईएम कासिम रिज़वी की पार्टी है, जो निज़ाम के निजी मिलिशिया रजकारों के नेता थे। रिजवी ने भारतीय संघ के साथ हैदराबाद राज्य के एकीकरण का विरोध किया था। उन्होंने यह भी कहा कि एमआईएम का मुख्यालय दारुस्सलाम कासिम रिज़वी की संपत्ति है।
उन्होंने ओवैसी से पूछा, “क्या मैं आज आपको कासिम रिज़वी कह सकता हूं।” बाद में, रेवंत रेड्डी ने आगे कहा कि वह असदुद्दीन ओवैसी को कासिम रिज़वी कहना शुरू कर देंगे।
एमआईएम प्रमुख ने रेवंत रेड्डी की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह शेरवानी को निशाना बना रहे थे जो ‘हमारी संस्कृति और हमारी पहचान’ का प्रतीक है। उन्होंने सोमवार रात हैदराबाद में एक सार्वजनिक मीटिंग में कहा कि तेलंगाना में आरएसएस एबीवीपी, बीजेपी और टीडीपी में काम करने के बाद अन्ना कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
कांग्रेस नेता के इस आरोप पर कि एमआईएम रजकारों की पार्टी है, ओवैसी ने पूछा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एमआईएम का समर्थन मांगने के लिए दारुस्सलाम का दौरा क्यों किया था।
रेवंत रेड्डी पर ‘संघी’ एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए ओवैसी ने कहा कि वह मुसलमानों की पहचान पर हमला कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि आरएसएस कांग्रेस को नियंत्रित कर रहा है और कांग्रेस आरएसएस की कठपुतली बन गई है। भाजपा और कांग्रेस में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने लोगों से दोनों पार्टियों को हराने की अपील की।
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