दार्जिलिंग : मुझे जान से मारने की नीयत से हमला किया गया, लेकिन भगवान ने मुझे बचा लिया। ये बातें सुधन गुरुंग ने कही। उन्होंने आज अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए यह टिप्पणी की।
उल्लेखनीय है कि सुधन गुरुंग पर 8 मई की रात शहर के सुपरमार्केट परिसर में जानलेवा हमला हुआ था। उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब एक सप्ताह के उपचार के बाद अस्पताल ने आज उन्हें छुट्टी दे दी। अस्पताल से निकलते समय सुधन गुरुंग ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन पर जान से मारने की नीयत से हमला किया गया था, लेकिन भगवान की कृपा से वह बच गए।
उन्होंने कहा, हर कोई जानता है कि मैं जिस उद्देश्य के लिए लड़ रहा हूं, उसके लिए सभी की प्रार्थनाओं और आशीर्वाद के कारण ही मैं जीवित हूं। शिक्षा जैसे पवित्र विषय में ही नहीं, बल्कि जीटीए के सभी विभागों में भ्रष्टाचार व्याप्त है और भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने वाला कोई भी सुरक्षित नहीं है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को डराने के लिए धमकियों और भय का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसा होना अच्छा नहीं है। अब गुंडों को पहाड़ छोड़ देना चाहिए। गैंगस्टरों को हटाने के लिए सभी को आगे आना चाहिए।
उन्होंने बताया कि उन पर पीछे से हमला किया गया। उन्होंने कहा कि गोरखा कभी पीछे से हमला नहीं करते, उन्होंने हमलावरों पर अपना गुस्सा जाहिर किया और कहा कि अगर कोई हमला करना चाहता है तो उसे सामने से आना होगा। उन्होंने कहा, मुझ पर जानलेवा हमला करने के आरोप में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मुझे लगता है कि हमलावर और भी हो सकते हैं। मैं पुलिस प्रशासन से भी अनुरोध करता हूं कि इस घटना को अंजाम देने वाले ‘मास्टरमाइंड’ को ढूंढा जाए।
सुधन गुरुंग ने अपनी स्थिति के बारे में बताया, मेरे सिर पर लगी चोट के टांके अभी भी नहीं हटाए गए हैं। आज सुबह ही मेरे घाव पर पट्टी बांधी गई है। डॉक्टर ने एमआरआई कराने को कहा है। मेरा सीटी स्कैन तो हुआ, लेकिन एमआरआई नहीं हुआ। आंतरिक चोटों का पता केवल एमआरआई द्वारा ही लगाया जा सकता है। आज मैं घर जाऊंगा और कुछ दिन आराम करूंगा तथा फिर अन्य परीक्षण कराने के लिए सिलीगुड़ी जाऊंगा।
सुधन गुरुंग ने पहाड़ के सभी लोगों से भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद जैसे विभाजनकारी मुद्दों के खिलाफ खुलकर बोलने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं से पहाड़ से भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को पूरी तरह से खत्म करने का आह्वान किया। गुरुंग ने कहा कि उन्होंने 8 मई की रात को अपने ऊपर हुए हमले के बारे में सारी जानकारी अपने वकील को देने के बाद एफआईआर दर्ज कराई थी।
दूसरी ओर, आज सुबह गोरखा जनजागरण मंच के कार्यकर्ता सुधन गुरुंग से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे। उनसे मुलाकात के बाद गोरखा जनजागरण मंच के कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता भारत प्रकाश राई ने पत्रकारों से बातचीत की और कहा कि जानलेवा हमले, मारपीट आदि जैसी घटनाएं इंसानों द्वारा नहीं की जाती हैं। उन्होंने इसे अमानवीय कृत्य बताते हुए सभी से ऐसे कृत्यों का विरोध करने का आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और यह स्पष्ट किया कि इस देश में हर कोई अपनी राय व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र है। सुधन गुरुंग ने उच्च न्यायालय में याचिका दायरकी है इसलिए उनपर हमला किया गया। राई ने आरोप लगाया कि सुधन गुरुंग पर जानलेवा हमला करके उन्हें चुप कराने की कोशिश की गई है।
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