सिक्किम में 10वीं व 12वीं के बच्चों ने हासिल किए बेहतर परिणाम

मुख्यमंत्री ने सफल हुए छात्रों को दी शुभकामनाएं

गंगटोक : सिक्किम सरकार द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में चालू किये गये मुख्‍यमंत्री मेंटरशिप प्रोग्राम के बाद सूबे के शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और सरकार ने इस वर्ष सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणामों में बेहतरी की घोषणा की है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इस वर्ष 10वीं कक्षा में 79.97 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं जो कि पहले 66.87 प्रतिशत था। वहीं, 12वीं कक्षा में उत्तीर्णता प्रतिशत भी 87.49 प्रतिशत से बढ़कर 89.41 प्रतिशत हो गया है।

मुख्यमंत्री के प्रेस सचिव युगन तमांग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि ये परिणाम न केवल छात्रों की मेहनत और परिवारों और शिक्षकों के दृढ़ समर्थन को दर्शाते हैं, बल्कि राज्य की सक्रिय शैक्षिक नीतियों की प्रभावशीलता को भी दर्शाते हैं। उनके अनुसार, इस प्रगति के केंद्र में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग गोले के नेतृत्व में चलाया गया मेंटरशिप प्रोग्राम है, जिसे पिछले वर्ष राज्य शिक्षक दिवस समारोह के दौरान शुरू किया गया।

तमांग ने बताया कि इस पहल के माध्यम से सभी 32 निर्वाचन क्षेत्रों में मेंटरशिप, शैक्षणिक सहायता और प्रदर्शन-आधारित पहल किए गए हैं। ऐसे में, इसने प्रशिक्षित संसाधन व्यक्तियों, स्कूल लीडरों, शिक्षकों और स्थानीय स्वयंसेवकों को सामूहिक रूप से अधिक न्यायसंगत और परिणाम-उन्मुख शिक्षा प्रणाली की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया है।

वहीं, मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने परीक्षा में सफल हुए छात्रों को उनकी सफलता पर बधाई दी है। उन्होंने राज्य भर में छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार पर भी खुशी व्यक्त करते हुए दोहराया कि शिक्षा सिक्किम के विकास दृष्टिकोण का एक मुख्य स्तंभ बनी हुई है और शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास की यात्रा में कोई भी छात्र पीछे नहीं रहेगा।

तमांग ने आगे कहा कि मंत्री राजू बस्‍नेत के नेतृत्व में शिक्षा विभाग ने छात्रों के परिणामों में असमानताओं को दूर करने के लिए एक डेटा-सूचित, समावेशी रणनीति अपनाई है। शीतकालीन कोचिंग शिविर, मॉक असेसमेंट और खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों के लिए लक्षित समर्थन जैसी पहल समग्र शैक्षणिक प्रदर्शन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण रही हैं। साथ ही, स्थानीय विधायकों की भागीदारी ने कार्यक्रम में सामुदायिक नेतृत्व वाले दृष्टिकोण को और मजबूत किया है।

उनके अनुसार, सीएमएमपी एक अस्थायी समाधान नहीं, बल्कि दीर्घकालिक रणनीतिक मिशन है जिसका उद्देश्य वैश्विक रूप से प्रासंगिक, भविष्योन्मुखी एजुकेशन ईको सिस्टम बनाना है। यह प्रत्येक छात्र के पास प्रतिस्पर्धी दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक उपकरण और मार्गदर्शन तक पहुंच सुनिश्चित करता है। ऐसे में, इस वर्ष के परिणामों से प्रोत्साहित होकर सिक्किम सरकार ने आगामी वर्षों में शत-प्रतिशत सफलता दर प्राप्त करने के अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ है।

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