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दार्जिलिंग में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र का एक अलग इतिहास है : कृष्‍णा राई

दार्जिलिंग । सिक्किम के मुख्‍यमंत्री Prem Singh Tamang (Golay) की धर्मपत्‍नी श्रीमती कृष्णा राई ने कहा, दार्जिलिंग में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र का एक अलग इतिहास है। वे आज स्थानीय गोरखा रंग मंच भवन में आयोजित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रही थीं।

स्वर्ण जयंती समारोह में सिक्किम की कृष्णा राई विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थीं जबकि जीटीए के मुख्य कार्यकारी अनित थापा मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कृष्णा राई ने कहा कि दार्जिलिंग में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र का एक अलग इतिहास है। इस केंद्र की स्थापना को 50 वर्ष हो गये हैं। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि इस मौके पर आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह में उन्हें भी आमंत्रित किया गया।

उन्होंने कहा कि यह निमंत्रण उनके लिए सौभाग्य की बात है। यह कहते हुए कि पचास साल कोई कम समय नहीं है, उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग के ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने एक अनूठा इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना के दौरान सदस्यों को काफी संघर्ष करना पड़ा, उनके निरंतर प्रयास एवं लगन के फलस्वरूप ही आज इस स्वर्ण जयंती को मनाने का अवसर प्राप्त हुआ है। इसके लिए मैं ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय और संस्थान के सदस्यों को बधाई देती हूं। ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय हमारे देश भारत सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में स्थित है। इसमें सभी लोग मदद कर रहे हैं। हमारी सिक्किम सरकार भी ब्रह्मा कुमारी थियोलॉजिकल यूनिवर्सिटी को प्रोत्साहित कर रही है।

उन्होंने कहा कि सिक्किम की राजधानी गंगटोक में एक बड़ा ब्रह्माकुमारी केंद्र था और राज्य में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा की सरकार बनने के बाद नामची में केंद्र शुरू किया गया था। श्रीमती कृष्णा राई ने यह भी कहा कि एसकेएम की सरकार बिना किसी पक्षपात के सभी धर्मों, सभी संगठनों और सभी जातियों को समान सम्मान और प्रोत्साहन दे रही है।

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