गंगटोक । सांसद इंद्र हंग सुब्बा ने आज संसद भवन में प्राक्कलन समिति की बैठक में भाग लिया, जिसकी अध्यक्षता डॉ संजय जायसवाल ने की। बैठक में प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई।
चर्चा के दौरान, श्री सुब्बा ने कृषि में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करने के लिए भारत सरकार की सराहनीय प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने स्वीकार किया कि हालांकि यह बदलाव टिकाऊ कृषि पद्धतियों के लिए आवश्यक है, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए बेहतर प्रबंधन नीतियों की तत्काल आवश्यकता है कि इस बदलाव से किसानों की आय पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
इसके अतिरिक्त, श्री सुब्बा ने आईसीएआर के तहत केवीके के कर्मचारियों और कृषि विभाग के कर्मचारियों के बीच मौजूद असमानताओं पर अपनी बात रखी, दोनों क्षेत्रों में रोजगार की शर्तों में अधिक एकरूपता और निष्पक्षता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उनकी अंतर्दृष्टि ने कृषि सुधार के लिए एक अच्छी तरह से समन्वित दृष्टिकोण के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया, जो पारिस्थितिक स्थिरता और किसानों और कृषि श्रमिकों के कल्याण दोनों का समर्थन करता है।
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