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विदेशी परमिट जारी करने के लिए परमिट प्रणाली का हुआ विकेंद्रीकरण

प्रत्‍येक जिले से जारी किए जा सकेंगे 50 परमिट

गंगटोक । मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निर्देशों के अनुरूप सिक्किम के पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग ने नाथुला दर्रे (केवल भारतीय नागरिकों के लिए) के लिए संरक्षित क्षेत्र परमिट (पीएपी), दोपहिया वाहन परमिट, जेएन रोड और लाचुंग, युमेसमडोंग, लाचेन, छांगू और जोंगू के माध्यम से छांगू झील के लिए विदेशी परमिट जारी करने के लिए परमिट प्रणाली के विकेंद्रीकरण की घोषणा की है।

24 सितंबर से शुरू होकर विभाग प्रत्येक जिले में नामित पर्यटन कार्यालयों के माध्यम से नाथुला दर्रे के लिए प्रतिदिन 50 वाहन परमिट जारी करेगा। नामची और सोरेंग जिलों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग घरेलू पर्यटकों के लिए ‘निःशुल्क नाथुला पास परमिट’ शुरू कर रहा है, जो इन दोनों जिलों में पंजीकृत होटलों या होमस्टे में कम से कम एक रात रुकेंगे। इसका लाभ उठाने के लिए पर्यटकों को यात्रा की तारीख से कम से कम तीन दिन पहले स्थानीय पंजीकृत ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से एक वैध होटल या होमस्टे बिल, अन्य प्रासंगिक सहायक दस्तावेजों के साथ प्रस्तुत करना होगा।

इसके अलावा, यदि आवश्यक हो तो नामची और सोरेंग जिलों के लिए परमिट कोटा का 33 प्रतिशत गैर-निवासी पर्यटकों और स्थानीय लोगों को शीर्ष 1452/पर्यटन/800/अन्य के अंतर्गत बैंक रसीद के माध्यम से भुगतान के आधार पर जारी किया जा सकता है। ये परमिट आगामी तीन दिनों के लिए जारी किए जा सकेंगे, लेकिन किसी विशेष दिन के लिए जारी किए गए परमिटों की कुल संख्या 50 से अधिक नहीं होनी चाहिए। सभी जिलों से छांगू झील (1-दिवसीय परमिट) या लाचुंग, युमेसमडोंग, लाचेन, छांगू और द्ज़ोंगू (5-दिवसीय परमिट) जाने वाले विदेशी नागरिकों के लिए पीएपी उपलब्ध होंगे।

आवेदन स्थानीय पंजीकृत ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से ही किए जाने चाहिए और ऐसे विदेशी नागरिकों को प्रमाणित गाइड के साथ आना होगा। निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार हेड 1452/पर्यटन/800/अन्य के अंतर्गत बैंक रसीद के माध्यम से भुगतान करना होगा। त्सोंगू झील तक पहुंचने के लिए विदेशियों को जेएन रोड अक्ष (लिंगताम अक्ष की अनुमति नहीं है) के माध्यम से जाना चाहिए। यह पहल मुख्यमंत्री के सभी जिलों में संतुलित पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण के अनुरूप है तथा यह सुनिश्चित करती है कि स्थानीय व्यवसाय, ट्रैवल एजेंसियां और प्रमाणित गाइड पर्यटकों की बढ़ती संख्या से लाभान्वित हों। परमिट प्रणाली के विकेन्द्रीकरण का उद्देश्य सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, पारदर्शिता बढ़ाना तथा यात्रियों के लिए प्रक्रिया को सरल बनाना है।

#anugamini #sikkim

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