गंगटोक । सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने 7वें उन्मुक्ति दिवस समारोह को संबोधित करते हुए अपने पिछले कारावास के अनुभव साझा किए और राज्य के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
10 अगस्त 2017 से 10 अगस्त, 2018 तक के अपने एक साल के कारावास के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री तमांग ने सिक्किम के लोगों से मिले समर्थन की प्रशंसा की, जिसे वह अपने चुनौतीपूर्ण समय को सहने योग्य बनाने का श्रेय देते हैं। अपने भाषण में तमांग ने सेल नंबर 5 में बिताए समय की ज्वलंत यादें साझा कीं, जो एक कारावास कक्ष था। वहां उन्हें कठोर परिस्थितियों से रूबरू होने के साथ ही खराब भोजन खाकर सहन करना पड़ा।
इन कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने कहा कि उनके समर्थकों से लगातार मिले प्रोत्साहन से उन्हें कम अकेलापन महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि आप सभी के प्यार और समर्थन ने उन 365 दिनों को कम कठिन बना दिया। ऐसा लगा जैसे मैं अकेला नहीं था। श्री तामंग ने अपने अनुभव के प्रति आभार व्यक्त किया। उनका मानना है कि जेल से राजनीति तक की उनकी यात्रा में यह एकजुटता महत्वपूर्ण थी।
उन्होंने स्वीकार किया कि यद्यपि उन्होंने कभी भी मुख्यमंत्री बनने की आकांक्षा नहीं रखी, लेकिन उनका प्राथमिक लक्ष्य हमेशा सिक्किम की सेवा और सुधार करना रहा है। उन्होंने कहा कि अगर मैंने केवल मुख्यमंत्री बनने का सपना देखा होता तो शायद मुझे सफलता नहीं मिलती। मेरा ध्यान हमेशा सकारात्मक बदलाव लाने पर रहा। मुख्यमंत्री ने सिक्किम के लिए लगन से काम करने की अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बात की तथा अपने प्रयासों को आगे भी जारी रखने का वादा किया।
उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन पारदर्शिता और निष्ठा के लिए प्रयास करेगा, जो पिछली सरकार से बिल्कुल अलग है। तमांग ने कहा कि हमारे शासन में सिक्किम को भ्रष्टाचार या तानाशाही शासन का सामना नहीं करना पड़ेगा। लोगों ने ईमानदारी और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध सरकार को चुना है। मीडिया की स्वतंत्रता पर पिछली सरकार के रुख पर बोलते हुए तमांग ने एसडीएफ प्रशासन के तहत पत्रकारों के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने मीडिया की दृढ़ता की सराहना की और आश्वासन दिया कि उनका प्रशासन समाज में उनकी भूमिका को महत्व देता है तथा उन्हें अधिक सम्मान और लाभ प्रदान करने का वचन देता है।
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