गंगटोक : सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने न केवल सिक्किम में बल्कि विश्व स्तर पर पर्यटन के भविष्य को आकार देने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया है। राज्य की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने सिक्किम को भारत का ‘हरा और जैविक रत्न’ तथा पूरे देश के लिए एक आदर्श बताया। उन्होंने दक्षिण सिक्किम के यांगांग में तीन दिनों तक आयोजित पर्यटन विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय युवा सम्मेलन में कहा कि हालांकि हम सीमा पर एक छोटा सा राज्य हैं, लेकिन हम पूरे देश के लिए एक मॉडल बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि हमने कई क्षेत्रों में कड़ी मेहनत की है, जैसे पर्यावरण को बचाना, गरीबी कम करना, महिलाओं को अधिक शक्ति देना और यह सुनिश्चित करना कि विकास सभी के लिए अच्छा हो। उन्होंने सम्मेलन को सहयोग और प्रेरणा का मंच बताते हुए इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि वह न केवल राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में इसमें भाग ले रहे हैं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के रूप में भी जो पर्यटन को बेहतर और अधिक सार्थक यात्रा में बदलने में युवाओं की शक्ति में दृढ़ विश्वास रखता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सिक्किम की साक्षरता दर 90 प्रतिशत से अधिक है और पिछले पांच वर्षों में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 85 प्रतिशत बढ़ा है।
उन्होंने यह भी कहा कि सिक्किम में पर्यटन अब राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) का लगभग 10 प्रतिशत बनाता है, जो दर्शाता है कि यह क्षेत्र स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सिक्किम इको-पर्यटन, सांस्कृतिक पर्यटन और स्थानीय समुदायों द्वारा संचालित पर्यटन के लिए मजबूत प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न भागों में 1,000 से अधिक होमस्टे स्थापित किए गए हैं, जो स्थानीय लोगों को कमाने में मदद करते हैं और पर्यटकों को वास्तविक सिक्किमी जीवन का अनुभव भी प्रदान करते हैं। मुख्यमंत्री गोले ने राज्य के भविष्य के कार्यक्रमों के बारे में भी बात की।
उन्होंने मेरो रुख मेरो संतति और शिशु समृद्धि योजना जैसी पहलों पर प्रकाश डाला, जिनका उद्देश्य बच्चों को सहायता प्रदान करना और पर्यावरण की देखभाल करना है। उन्होंने कहा कि ये कदम दर्शाते हैं कि सिक्किम भावी पीढ़ियों की कितनी परवाह करता है। युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके विचार, कहानियां और प्रयास बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने युवा दर्शकों से कहा कि चाहे वह डिजिटल स्टोरीटेलिंग हो, नए व्यवसाय हों या हरित परियोजनाएं हों, यह आपकी रचनात्मकता ही है जो पर्यटन के भविष्य को आकार देगी।
उन्होंने भारत के विभिन्न भागों तथा नेपाल, भूटान, ईरान और बांग्लादेश सहित अन्य देशों से आये प्रतिभागियों को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों, स्वयंसेवकों, विभिन्न सरकारी विभागों और सम्मेलन को सफल बनाने में शामिल सभी भागीदारों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए संस्कृतियों को जोड़ने, स्थानीय नौकरियों का समर्थन करने और सिक्किम को वैश्विक पर्यटन नेता बनाने का अवसर है। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे पर्यटन उद्योग को आकार दें जो प्रकृति का उत्सव मनाए, समुदायों का उत्थान करे और पीढ़ियों को प्रेरित करे।
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