गंगटोक । नेपाली भाषा मान्यता दिवस पर सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने आज नेपाली भाषा की स्थिति बेहतर बनाने और राज्य के भीतर तथा बाहर इसका व्यापक उपयोग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कई पहलों की घोषणा की। साथ ही उन्होंने सिक्किम और राष्ट्रीय मंच पर नेपाली की प्रमुखता बढ़ाने के लिए सामूहिक कार्रवाई का आग्रह किया।
स्थानीय मनन केंद्र में आयोजित नेपाली भाषा मान्यता दिवस समारोह में सीएम गोले ने भाषा नीति के कार्यान्वयन में एक महत्वपूर्ण कमी को उजागर करते हुए कहा, यद्यपि नेपाली को भारतीय संवैधानिक मान्यता प्राप्त है, लेकिन नेपाली में कोई भी सरकारी अधिसूचना प्रकाशित नहीं की जाती है। ऐसे में, अब से राज्य में सभी सरकारी अधिसूचनाएं नेपाली में जारी की जाएंगी। उन्होंने नेपाली भाषा में सरकारी विज्ञापन भी प्रकाशित किए जाने की घोषणा की और कहा कि इससे भाषा का महत्व और मजबूत होगा।
अपने भाषण में सीएम गोले ने राज्यों में स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान को दोहराते हुए कहा, सिक्किम में नेपाली भाषा के साथ गुरुंग, राई, तमांग, भूटिया और लेप्चा जैसी अन्य भाषाएं भी हैं। ऐसे में हमारी सभी भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता का समर्थन करना और उसका जश्न मनाना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने नेपाली को शैक्षणिक परिवेश में एकीकृत करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास की घोषणा करते हुए कहा, हम सिक्किम के छात्रों को नेपाली शब्दकोश वितरित करेंगे और सभी स्कूलों को नेपाली भाषा के अध्ययन को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक स्कूल में प्रत्येक सप्ताह एक निर्दिष्ट दिन होना चाहिए, जिस दिन पारंपरिक पोशाक पहनी जाए, जिससे हमारी सांस्कृतिक विरासत के साथ गहरा जुड़ाव हो।
सीएम गोले ने कहा कि राज्य के निजी विश्वविद्यालयों को भी नेपाली भाषा पाठ्यक्रम प्रदान करना आवश्यक होगा। इस संबंध में जल्द ही एक अधिसूचना जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष अगस्त में नेपाली भाषा मान्यता दिवस की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए राज्य सरकार नेपाली भाषा के महत्व को रेखांकित करने के लिए स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों को शामिल करते हुए भव्य समारोह आयोजित करने की योजना बना रही है। ऐसे में, उन्होंने नेपाली साहित्य परिषद को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 10 लाख रुपये के अनुदान की घोषणा करते हुए कहा, यह कोष नेपाली भाषा मान्यता दिवस की 50वीं वर्षगांठ तक चलने वाली विभिन्न गतिविधियों का समर्थन करेगा। हमें इसके उत्साहपूर्ण आयोजन और युवा पीढ़ी को अपनी भाषा संरक्षण को बढ़ावा देने के महत्व के बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता है।
समारोह में सीएम गोले ने भारतीय संविधान में नेपाली भाषा की मान्यता के लिए लड़ने वाले आनंद सिंह थापा, नर बहादुर भंडारी और दिल कुमारी भंडारी जैसे व्यक्तित्वों को श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने कहा, नेपाली को संवैधानिक मान्यता दिलाने में इनके अथक प्रयासों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह न केवल सिक्किम के लोगों के लिए बल्कि दुनिया भर के नेपाली भाषी समुदायों के लिए गर्व का क्षण है। इसके साथ ही नेपाली भाषा एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, हमारी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है कि नेपाली भाषा को वह मान्यता और समर्थन मिले जिसकी वह हकदार है। हमें अपनी भाषा को बढ़ावा देना और उसका सम्मान करना जारी रखना चाहिए, क्योंकि यह हमारी पहचान और विरासत का अभिन्न अंग है।
इस अवसर पर नेपाली संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान के लिए संगीतकार बसंत छेत्री को कंचनजंगा मित्रसेन स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नेपाली साहित्य परिषद, सिक्किम द्वारा आयोजित उञ्चत समारोह में श्रीमती कृष्णा कुमारी राई, कई कैबिनेट मंत्रियों और अन्य ने भाग लिया।
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