गंगटोक । मानसून पूर्व बारिश में ही तीस्ता नदी का जलस्तर खतरनाक तरीके से बढ़ा है। ऐसे में नामची डीसी अन्नपूर्णा आले के निर्देश पर आज मल्ली में एक प्रशासनिक टीम ने तीस्ता नदी के बढ़ते जलस्तर से उत्पन्न स्थिति का व्यापक निरीक्षण किया।
इस दौरान, डीसी आले के साथ नामची एसपी डॉ टीएन ग्याछो, जोरेथांग एसडीएम मोनिका राई, सुम्बुक बीडीओ नीलकंठ भंडारी, नामची वन अधिकारी पेगिला वेंचुंग्पा, मल्ली पुलिस निरीक्षक किशोर कुमार छेत्री, रेवेन्यू अधिकारी सोनम भूटिया और जोरथांग जल संसाधन विभाग की जूनियर इंजीनियर देचेन ओंगमू भूटिया सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
इस निरीक्षण की शुरुआत यस बैंक के पास मल्ली मैदान से हुई जो पश्चिम बंगाल के हिस्से वाले मल्ली और भालू खोला तक हुआ। इस दौरान, डीसी ने स्थानीय लोगों से तीस्ता नदी के बढ़ते जल स्तर की स्थिति के बारे में पूछताछ की। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया गया। इस दौरान नदी किनारे के निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों ने मौजूदा संकट के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। इस पर डीसी ने तत्काल सहायता और सुरक्षा हेतु सैंडबैग और हाइड्रा स्टेप का सुझाव दिया।
उल्लेखनीय है कि लगातार भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी में उफान के कारण आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एहतियात के तौर पर कल रात ही चेतावनी जारी की है। प्राधिकरण ने बीडीओ, एमईओ और एसएचओ सहित संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और बढ़ते जलस्तर की निगरानी करने के लिए सचेत किया है। उन्हें किसी भी संभावित घटना से बचने के लिए तीस्ता बेसिन और निचले इलाकों के पास रहने वाले निवासियों को खाली करने का भी निर्देश दिया गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि आज सुबह तक तीस्ता नदी सामान्य मात्रा में बह रही थी। यह घटना विशेष रूप से इस क्षेत्र में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड के बारे में हाल की चिंताओं को देखते हुए महत्वपूर्ण है।
दूसरी ओर, सांगकलांग ओपी की रिपोर्ट के अनुसार, कनक नदी के जल स्तर में भी वृद्धि के कारण अपर जोंगू टिंगवोंग बस्ती को जोड़ने वाला मांताम ब्रिज बह गया है।
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