जोरथांग । केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम के तहत राज्य वन व पर्यावरण विभाग द्वारा जोरथांग के पंचशील भवन में 13 और 14 सितंबर को सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्पों पर व्यावहारिक कौशल कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें नामची, गेजिंग और सोरेंग जिलों के 30 स्कूलों के 150 छात्रों और शिक्षकों ने भागीदारी की।
कार्यशाला के दौरान, मजेदार तरीके से सीखने वाली व्यावहारिक गतिविधियों ने जीरो वेस्ट पहल पर ध्यान केंद्रित किया। इन गतिविधियों में प्लास्टिक और अन्य प्रकार के कचरे को उपयोगी रचनात्मक में बदलने, मिशन लाइफ-पर्यावरण के लिए जीवन शैली के उद्देश्यों के अनुरूप उपलब्ध स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों से सजावटी और उपयोगी कलाएं बनाने पर कौशल शामिल थे।
इस कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों ने बहुत उत्साह से भाग लिया और सर्वश्रेष्ठ स्कूल टीमों को पुरस्कार के रूप में हाथ से बनी बांस की कलाकृति दी गई। कार्यशाला में प्रतिभागियों को आगामी विश्व ओजोन दिवस (16 सितंबर) के एक भाग के रूप में जलवायु कार्रवाई के प्रति व्यक्तिगत भूमिका के बारे में भी जागरूक किया गया।
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