गंगटोक । आगामी चुनावों में उपयोग की जाने वाली ईवीएम और वीवीपैट के लिए दूसरी रैंडमाइजेशन प्रक्रिया आज जिले के जनरल ऑब्जर्वर जितेंद्र कुमार और पुलिस ऑब्जर्वर रंजीत कुमार मिश्र की निगरानी में बुर्तुक हेलीपैड के निकट एससीईआरटी ऑडिटोरियम में संपन्न हुई। इस दौरान, गंगटोक जिले के आरक्षित ईवीएम और वीवीपैट का भी रैंडमाइजेशन किया गया।
इसमें डीसी सह जिला निर्वाचन अधिकारी तुषार निखारे, एडीसी रोहन अगवाने, एडीसी (मुख्यालय) मिलन राई, एसडीएम (मुख्यालय) जीएल मीणा, सहायक कलेक्टर अभिजीत पाटिल, एएसपी पासांग लेप्चा के अलावा जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारी और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में जिले के प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के लिए ईवीएम और वीवीपैट की रैंडमाइजेशन सूची विभिन्न उम्मीदवारों और उनके एजेंटों को भी वितरित की गई।
इस अवसर पर जनरल ऑब्जर्वर जितेंद्र कुमार ने राजनीतिक दलों से एक पोलिंग एजेंट नियुक्त करने के साथ ही उनको संबंधित अधिकारियों को शिकायतें भेजने से पहले सत्यापित करने का भी आगाह किया। उन्होंने सभी शिकायतों का निपटारा किये जाने और बिना पक्षपात के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वहीं, पुलिस ऑब्जर्वर रंजीत मिश्र ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे उन्हें महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों के बारे में बताएं। उन्होंने उनसे मतदान का दिन नजदीक आने पर फर्जी खबरों से बचने का भी आग्रह किया।
इसके अतिरिक्त, डीईओ-सह-डीसी ने राजनीतिक दलों को रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि यह ईवीएम प्रबंधन प्रणाली (ईएमएस) सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक स्वचालित प्रक्रिया है जिसमें ईवीएम और वीवीपैट को एक विशेष मतदान केंद्र पर नियुक्त करने का कार्य होता है। साथ ही उन्होंने राजनीतिक दलों द्वारा व्यय का उचित हिसाब रखने के बारे में आगाह किया।
उल्लेखनीय है कि गंगटोक जिले में ईवीएम और वीवीपैट की कमीशनिंग 5 अप्रैल से 8 अप्रैल तक विभिन्न राजनीतिक दलों के एजेंटों की उपस्थिति में होगी। इसके अनुरूप, गंगटोक जिले में भी होम वोटिंग प्रक्रिया 5 अप्रैल से 8 अप्रैल तक होगी।
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