गंगटोक । सिक्किम के सड़क एवं पुल मंत्री एनबी दहाल द्वारा राज्यपाल के उत्तर सिक्किम दौरे से पहले राष्ट्रीय मीडिया में हाल ही में दिए गए बयान की सिटिजन एक्शन पार्टी-सिक्किम ने कड़ी निंदा करते हुए इसे पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के संबंध खराब करने वाला बताया है।
गौरतलब है कि मंत्री दहाल ने अपने बयान में, एनएच-10 के खराब रखरखाव के लिए पश्चिम बंगाल लोक निर्माण विभाग को दोषी ठहराते हुए सैकड़ों युवाओं के साथ राज्य के पीडब्ल्यूडी कार्यालय जाकर शिकायत दर्ज कराने की धमकी दी थी। इसके साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल के अंतर्गत आने वाले एनएच-10 के रखरखाव का काम भी सिक्किम सरकार को सौंप देने को कहा था।
सीएपी-सिक्किम प्रवक्ता फुरी शेरपा ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि इस तरह की बेहद गैर-जिम्मेदाराना और भड़काऊ टिप्पणियां सिक्किम और पश्चिम बंगाल के बीच लंबे समय से चले आ रहे सौहार्दपूर्ण संबंधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। पार्टी का मानना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बयान ऐसे समय में आया है जब अंतरराज्यीय सहयोग महत्वपूर्ण है, खासकर हाल ही में हुई जीएलओएफ की घटना के मद्देनजर, जिसने तीस्ता बेसिन के साथ सड़कों को काफी नुकसान पहुंचाया है।
शेरपा ने कहा कि आपदा के बाद सिक्किम सरकार कोई सार्थक कार्रवाई करने में विफल रही है और एनएच-10 की बहाली और रखरखाव के बारे में पश्चिम बंगाल सरकार के साथ बातचीत की पहल भी नहीं की है। इसके बजाय, मंत्री के ऐसे निराधार आरोप लगाने से पहले से ही नाजुक स्थिति और भी खराब हो गई है।
वहीं, सिक्किम सरकार पर राज्य की खस्ताहाल सड़क ढांचे को प्राथमिकता देने में विफल रहने और पड़ोसी राज्य पर उंगली उठाने पर सीएपी-सिक्किम ने कहा कि बिना सोचे-समझे और निराधार आरोप लगाने के बजाय मंत्री को सिक्किम की अपनी सडक़ों की दयनीय स्थिति को संबोधित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जिनमें से कई वर्तमान में उपेक्षित हालत में हैं। इससे वाहन चालकों, छात्रों और व्यवसायों पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।
पार्टी ने कहा, यह ध्यान देने योग्य है कि एनएच-10 के लंबे समय तक बंद रहने के दौरान पश्चिम बंगाल पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाए गए गंगटोक-लाभा-गोरूबथान रोड, पनबू रोड, जोरथांग-तकबर-दार्जलिंग और सिटोंग रोड जैसे वैकल्पिक मार्ग चालू रहे, जिससे यातायात का निरंतर प्रवाह सुनिश्चित हुआ है। इसके विपरीत, सिक्किम के भीतर की सड़कें बेहद दयनीय स्थिति में हैं, जिनका समाधान करने में राज्य सरकार पूरी तरह विफल रही है। इनमें लाचेन की ओर जाने वाली और राजधानी गंगटोक शहर की सड़कें भी शामिल हैं। इसके अलावा, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग द्वारा राष्ट्रीय मंच साझा करने के बावजूद पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कोई सार्थक बातचीत करने में विफल होना, इस महत्वपूर्ण मुद्दे को हल करने में राज्य सरकार की ओर से पहल की कमी को दर्शाता है।
सीएपी-सिक्किम का मानना है कि इस तरह के भड़काऊ बयानबाजी से सिक्किम और पश्चिम बंगाल के बीच शांतिपूर्ण संबंध खराब होंगे। इस तरह की टिप्पणियों का सबसे नकारात्मक प्रभाव सिक्किम के लोगों, खास कर वाहन चालकों, व्यवसायियों और छात्र समुदायों पर पड़ेगा, जो अपने दैनिक आवागमन और व्यापार के लिए एनएच-10 पर बहुत अधिक निर्भर हैं।
ऐसे में, सीएपी-सिक्किम ने मंत्री एनबी दहाल से सिक्किम और यहां के लोगों के हित में अपने लापरवाह बयान को तुरंत वापस लेने का आग्रह किया है। साथ ही पार्टी ने राज्य सरकार से पश्चिम बंगाल सरकार के साथ सार्थक चर्चा कर वास्तविक मुद्दों का समाधान करके और राज्य के अपने सड़क बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करने का भी आवेदन किया है।
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