धूमधाम से मना 75वां गणतंत्र दिवस समारोह
गंगटोक । समूचे देश के साथ-साथ हिमालयी राज्य सिक्किम में भी शुक्रवार को 75वां गणतंत्र दिवस समारोह पूरे जोश और देशभक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर राजधानी गंगटोक के पालजोर स्टेडियम में आयोजित केंद्रीय समारोह में राज्यपाल गंगा प्रसाद ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। समारोह में सम्मानित अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामंग उपस्थित थे। उनके अलावा इसमें कैबिनेट मंत्री कुंगा नीमा लेप्चा, सांसद सोनम लामा, गंगटोक के विधायक वाईटी लेप्चा, मुख्य सचिव वीबी पाठक, पुलिस महानिदेशक एके सिंह सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख, सेना, अर्धसैनिक बलों एवं राज्य एवं केंद्र प्रशासन के अधिकारी और आम लोगों ने भी शिरकत की।
राज्य स्तरीय इस समारोह में पुलिस एवं सशस्त्र बलों ने शानदार मार्च पास्ट का प्रदर्शन किया । इसमें भारत तिब्बत सीमा पुलिस, सशस्त्र सीमा बल, मेघालय पुलिस की छठी बटालियन, सिक्किम सशस्त्र पुलिस, द्वितीय एवं तृतीय बटालियन आईआरबीएन, सिक्किम पुलिस व महिला, वन विभाग, होम गार्ड्स, पूर्व सैनिक, एनसीसी के दल शामिल थे। इसके अलावा, सिक्किम पुलिस का प्रतिनिधित्व सिक्किम पुलिस पाइप और ब्रास बैंड द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में राज्यपाल गंगा प्रसाद ने सभी को हार्दिक बधाई देते हुए विगत दिनों राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ में जान-माल की भारी हानि पर संवेदना व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने आपदा में घर खोने वाले लोगों की सहायता हेतु राज्य सरकार की दो आवास योजनाओं-‘सिक्किम पुनर्वास आवास योजना’ और ‘सिक्किम जनता हाउसिंग कॉलोनी’ का जिक्र किया। साथ ही उन्होंने आपदा के बाद प्रभावित लोगों की सहायता में आगे आने वाले लोगों एवं संगठनों की भी सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि गणतंत्र दिवस लोकतांत्रिक राष्ट्र का मार्ग प्रशस्त करने हेतु सर्वस्व बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास और लोगों की सामूहिक स्मृति में 1950 में भारत के संविधान को अपनाने की याद में मनाया जाता है। वहीं उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न पहलों एवं कार्यों का जिक्र करते हुए शिक्षा एवं पर्यटन क्षेत्रों पर जोर दिया। उन्होंने कहा, सरकार का लक्ष्य 2047 तक युवाओं को समृद्ध भारत के लिए तैयार करना है। इस दिशा में पर्याप्त संसाधन सुनिश्चित करने हेतु राज्य बजट के 15 प्रतिशत से अधिक का लगातार आवंटन किया गया है। इसके अलावा, विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे वाले 105 नए स्कूल भवनों के निर्माण और मौजूदा संरचनाओं के नवीनीकरण के लिए 30 करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं। वहीं, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता केंद्र, विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज और व्यावसायिक कॉलेज सहित 2000 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं चल रही हैं।
वहीं, पर्यटन क्षेत्र के विकास हेतु राज्य सरकार की उल्लेखनीय परियोजनाओं के बारे में बोलते हुए राज्यपाल आचार्य ने सोरेंग जिले में मंगरजंग विकास, दोइक सोरेंग जिले में इको-टूरिज्म तीर्थयात्रा (वृंदावन धाम), युकसोम में चार संरक्षक संतों, गेजिंग में निशानी काली देवी तीर्थ स्थल, नामची जिले में रोलू मंदिर और कई अन्य परियोजनाओं का उल्लेख किया।
इसके साथ ही राज्यपाल ने कृषि, पर्यावरण, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय जैसे विभिन्न क्षेत्रों में राज्य के उल्लेखनीय प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं, विशेष रूप से वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम, प्रधान मंत्री आवास योजना, प्रधान मंत्री ग्राम सडक़ योजना, जल जीवन मिशन और अभियान 2047 तक विकसित भारत के बारे में भी बात की, जिसका लक्ष्य भारत की नियति को आकार देने में युवाओं को सशक्त बनाना और शामिल करना है। उन्होंने समृद्ध भविष्य और विकसित भारत में योगदान देने के लिए युवाओं से सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया।
राज्यपाल के वक्तव्य से पूर्व हुए सम्मान समारोह में सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक की घोषणा की गई। इसमें राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए दक्षिण-पश्चिम रेंज के डीआईजी हरि प्रसाद छेत्री और बांस हस्तकला में पद्मश्री पुरस्कार के लिए जॉर्डन लेप्चा शामिल रहे। इसी तरह, स्वतंत्रता दिवस 2022 पर प्रदान किए गए विशिष्ट सेवा हेतु राष्ट्रपति पुलिस पदक आईजी सोनम तेनजिंग भूटिया, सराहनीय सेवा हेतु पुलिस पदक डीआईजी ठाकुर थापा, सराहनीय सेवा हेतु अग्निशमन सेवा पदक उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी मैथ्यू राई, होम गार्ड एवं सिविल डिफेंस प्रशस्ति प्रमाण पत्र और बैज एसआई बुद्ध कुमार गुरुंग, सुरक्षा सहायक आशीष शेरपा और होम गार्ड संदीप राई को प्रदान किये गये।
इसके बाद, एसबीएस के प्रबंध निदेशक फुर्बा वांग्दी भूटिया, पाकिम डीसी ताशी चोफेल, अपर सचिव सत्येन कुमार प्रधान, अतिरिक्त रजिस्ट्रार केसांग यांकी, पुलिस अधीक्षक कोकोला प्रधान, संयुक्त निदेशक काजी शेरपा, सहायक वन संरक्षक नागेन्द्र रिजाल, अधीक्षक ललित कुमार कश्यप, कार्यालय अधीक्षक जानुका ढकाल, कार्यालय अधीक्षक पूरन दीप शर्मा, कार्यालय अधीक्षक अर्जुन तमांग, हेड कांस्टेबल जसजीत राई, फोरमैन भीम बहादुर गुरुंग और कार्यालय परिचारक शांता डोरजी को राज्य के प्रति उनकी समर्पित सेवाओं के लिए सिक्किम राज्य मेधावी सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वहीं, इस अवसर पर स्वर्गीय डा पेमा तेनजिंग लाचुंग्पा और स्वर्गीय दावा लेप्चा की पत्नियों को हाल ही में आई बाढ़ के दौरान उनके अनुकरणीय साहस के लिए मुख्यमंत्री वीरता पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके अलावा, मुख्य सचिव वीबी पाठक द्वारा विनाशकारी बाढ़ के दौरान नि:स्वार्थ सेवा हेतु प्रशंसा प्रमाण पत्र भी पढ़ा गया, जिसमें 17 माउंटेन डिवीजन, 27 माउंटेन डिवीजन, 33 कोर, भारतीय वायु सेना, एयर कमोडोर मनीष पटेल, बीआरओ : ब्रिगेडियर मनोज गुप्ता, मुख्य अभियंता और टीम, प्रोजेक्ट स्वास्तिक, एई (सिविल) संजय दत्त डोभाल, डेट नागा, एनएचआईडीसीएल टीम कर्नल राजीव कुमार, कार्यकारी निदेशक, कर्नल राजेश कुमार, महाप्रबंधक, अपान भौमिक, महाप्रबंधक, मुशर्रफ शान, इंजीनियर, डॉ मृत्युंजय महापात्र, मौसम विज्ञान महानिदेशक और टीम, भारत मौसम विज्ञान विभाग, भारत सरकार को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर भारतीय सेना द्वारा आयोजित साइकिल रैली का ध्वजारोहण समारोह भी आयोजित किया गया। अभियान दल के नेता ने राज्यपाल को ध्वज सौंपा।
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