नामची । विश्वकर्मा (कामी) कल्याण समिति ने राज्य स्तरीय भगवान विश्वकर्मा पूजा समारोह समिति के सहयोग से सोमवार को नामची के स्थानीय होटल में विश्वकर्मा पूजा के लिए भजन गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया।
शहरी विकास तथा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भोजराज राई इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उनके साथ ज़ूम-सालघारी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक मदन सिंचुरी और सेवानिवृत्त सचिव सांता प्रधान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। नामची के एडीसी सुभाष घिमिरे, एसडीएम डॉ. आरबी विश्वकर्मा बीकेकेएस राज्य समन्वयक, पार्षद, प्रतिभागी, छात्र और आयोजन समिति के सदस्य भी उपस्थित थे।
भोज राज राई ने अपने संबोधन में समुदाय को एक साथ लाने के प्रयासों के लिए आयोजन समिति के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने विश्वकर्मा समुदाय को एकता अपनाने और आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में उत्कृष्टता के लिए प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया तथा एकता के महत्व पर बल दिया। उन्होंने स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने तथा बाहरी संसाधनों पर निर्भर रहने के बजाय स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया, विशेषकर खेल और मनोरंजन के क्षेत्र में।
उन्होंने लाइसेंस विनियमन के मुद्दे पर भी बात की और कहा कि वे उचित दस्तावेज के बिना किसी भी लाइसेंस को जारी करने या नवीनीकरण को मंजूरी नहीं देंगे तथा बाहरी लोगों को लाइसेंस पट्टे पर देने के प्रति आगाह किया। उन्होंने सरकारी सब्सिडी के बारे में जानकारी दी तथा जनता को इन लाभों का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि आधुनिक युग में सरकारी नौकरी के अलावा भी अनेक अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने समुदाय को स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया, जो 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा। मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किया गया अभियान ‘ स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता’ विषय पर आधारित है। उन्होंने जनता से इस महत्वपूर्ण पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने की अपील की।
बीकेकेएस के राज्य समन्वयक डॉ आरबी विश्वकर्मा ने अपने संबोधन में विश्वकर्मा समुदाय के कल्याण में संगठन की 1977 से चली आ रही भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने राज्य में शीर्ष तीन स्वयंसेवी संगठनों में से एक के रूप में बीकेकेएस की मान्यता पर प्रकाश डाला और समुदाय की प्रमुख हस्तियों की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद देकर कार्यक्रम का समापन किया। प्रतियोगिता के साथ-साथ एक पारंपरिक आभूषण प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया गया।
भजन गायन प्रतियोगिता में कुल 29 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसमें पहला स्थान बुनु परियार, दूसरा स्थान आशीष सिंचूरी, तीसरा स्थान अंजुली तमांग और चौथा स्थान सलीना लोहार ने प्राप्त किया। विजेताओं को कल उसी स्थान पर आयोजित श्रीश्री विश्वकर्मा पूजा समारोह के मुख्य समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
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