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बच्‍चों का दिशाहीन होना वर्तमान समाज की सबसे बड़ी चुनौती : आर तेलंग

गंगटोक । पीएम स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया द्वारा राज्य शिक्षा विभाग और हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट, हैदराबाद के सहयोग से आज नर बहादुर भंडारी गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, तादोंग में राज्य के पीएमश्री सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए पहला हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया।

दो दिवसीय इस कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि शिक्षा एसीएस आर तेलंग के साथ अतिरिक्त निदेशक सह पीएम एसएचआरआई योजना के राज्य नोडल अधिकारी के इंबराज, मुख्य शिक्षा अधिकारी छिरिंगकी चिंगप्पा, संयुक्त शिक्षा निदेशक-योजना लमकिला भूटिया, और शिक्षा स्वयंसेवक उपस्थित थे। दिन भर चले कार्यक्रम में सिक्किम के विभिन्न पीएमश्री सरकारी स्कूलों के लगभग 114 शिक्षकों ने भाग लिया। इसमें हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट, चेन्नई शाखा की फैकल्टी निर्मला लक्ष्मीपति और कामाक्षी ने शिक्षकों को इंस्पायर पर अनुभवात्मक प्रशिक्षण प्रदान किया।

इस दौरान आर तेलंग ने अपने संबोधन में तेजी से आगे बढ़ती दुनिया और व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि आज के समाज में सबसे बड़ी चुनौती बच्चों का दिशाहीन होना है। ऐसे में हार्टफुलनेस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को खुद से जुड़ने के लिए मार्गदर्शन करना है ताकि वे छात्रों से जुड़ कर उन्हें केंद्रित रहने और जीवन में दिशा खोज सकें।

वहीं, इसमें रिसोर्स पर्सन निर्मला लक्ष्मीपति द्वारा विश्राम, ध्यान, मानसिक सफाई और आंतरिक जुड़ाव की चार बुनियादी हार्टफुलनेस प्रथाओं को प्रदर्शित करने के लिए सत्र आयोजित किया गया। इसी तरह, कामाक्षी ने ‘हार्टफुल टीचर एंड फैसिलिटेशन स्किल्स’ पर एक सत्र में आत्म जागरुकता के महत्व को प्रदर्शित करने के लिए सचेत भोजन पर एक अभ्यास आयोजित किया।

इसके साथ ही शिक्षकों को पहली से नौंवीं कक्षा के लिए पाठ्यक्रम और पाठ योजना पर मार्गदर्शन दिया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कल भी जारी रहेगा और इसी तरह की कार्यशालाएं 4 से 7 मार्च तक गेजिंग, पाकिम और नामची जिलों में भी आयोजित की जाएंगी।

#anugamini #sikkim

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