गंगटोक : जिला जल एवं स्वच्छता मिशन (डीडब्ल्यूएसएम) की पहली बैठक और विश्व शौचालय दिवस अभियान का शुभारंभ गंगटोक के जिला प्रशासनिक केंद्र के सम्मेलन कक्ष में हुआ।
बैठक में बुर्तुक विधायक सह RDD सलाहकार कला राई, गंगटोक विधायक सह यूडीडी सलाहकार दिल्ले नामग्याल बार्फुंग्पा, श्यारी विधायक तेनजिंग नोरबू लाम्टा, गंगटोक डीसी तुषार निखारे, एडीसी, एसडीएम, पंचायत अध्यक्ष, बीडीओ, डीडब्ल्यूएसएम के जिला सदस्य और संबंधित विभागों के इंजीनियरिंग सेल के अधिकारी उपस्थित थे।
तेनजिंग लाम्टा ने अपने भाषण में महत्वपूर्ण सामुदायिक मुद्दों पर बात की, जिसमें भुसुक रोड पर स्थित बंद पड़े शौचालय पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने पूर्ण हो चुके शौचालय परियोजनाओं तथा नवीनीकरण की आवश्यकता वाले शौचालय परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। श्यारी के निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में उन्होंने सामुदायिक केंद्रों के नियमित रखरखाव की आवश्यकता और चल रही परियोजनाओं के लिए टिकाऊ योजना के महत्व पर बल दिया।
उन्होंने जल जीवन मिशन के संबंध में उन्होंने इंजीनियरों से सावधानीपूर्वक योजना बनाने और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने जल स्रोतों के संरक्षण तथा प्रत्येक घर को स्वच्छ एवं विश्वसनीय जल उपलब्ध कराने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी संबद्ध विभागों से प्रत्येक वार्ड में 100 प्रतिशत कवरेज हासिल करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अंतर-विभाग को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए तथा बुनियादी ढांचे को बढ़ाने तथा समुदाय के जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए समर्पित होना चाहिए।
दिल्ले नामग्याल बार्फुंग्पा ने सभी प्रतिभागियों के प्रति उनकी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि स्वच्छता ईश्वरीय भक्ति के बाद आती है, जिसकी शुरुआत घर से होती है। इसे हर किसी के दैनिक जीवन में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सिद्धांत को लगातार याद दिलाने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने सभी सदस्यों से अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक वातावरण में इस सिद्धांत को अपनाने का आग्रह किया।
उन्होंने विभाग के विभिन्न प्रभागों के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अधिक प्रभावी ढंग से एक साथ काम करके, टीम अपने साझा लक्ष्यों को प्राप्त कर सकती है और समग्र दक्षता बढ़ा सकती है। उन्होंने बैठक में आमंत्रित करने के लिए डीसी गंगटोक को धन्यवाद दिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि डीसी के मार्गदर्शन में चल रही परियोजनाएं सफलतापूर्वक पूरी होंगी तथा पहलों को आगे बढ़ाने में मजबूत नेतृत्व के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को जल जीवन मिशन (जेजेएम) जैसी पहलों का सक्रिय रूप से समर्थन करने और विश्व शौचालय दिवस मनाने के लिए प्रोत्साहित किया तथा इस बात पर बल दिया कि सफलता के लिए सामुदायिक भागीदारी महत्वपूर्ण है। अंत में, उन्होंने अधिकारियों और पंचायत सदस्यों से सुनालो अनी समर्थ सिक्किम के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सामंजस्यपूर्ण ढंग से मिलकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने एक स्वच्छ एवं अधिक सक्षम राज्य के निर्माण के लिए एकता एवं सहयोगात्मक प्रयासों का आह्वान किया। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि वह धारा विकास परियोजना के तहत राजधानी में पानी की कमी को दूर करने के लिए गंगटोक निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जल स्रोतों को पुनर्जीवित करें।
कला राई ने कहा कि आज की बैठक में विश्व शौचालय दिवस के महत्व और जेजेएम के परिवर्तनकारी लक्ष्यों को मान्यता दी गई है, तथा स्पष्ट किया गया है कि जेजेएम जैसी परियोजना दोबारा नहीं आएगी। उन्होंने विभागों से सरकारी संसाधनों का उचित उपयोग करने का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी केवल सरकारी विभागों की नहीं है, बल्कि यह जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है। उन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता में स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी विभागों का आपस में समन्वय स्थापित कर काम करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी विभागों का आपस में समन्वय स्थापित कर काम करना आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के टीमवर्क से टिकाऊ परिणाम प्राप्त होंगे तथा समुदाय को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।
एडीसी मिलन राई ने अपने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) में डीडब्ल्यूएसएम और डब्ल्यूटीडी का विवरण दिया, जिसके बाद गंगटोक जिले में एसबीएम (ग्रामीण) पर एक पीपीटी प्रस्तुत की गई। गंगटोक नगर निगम द्वारा एसबीएम (शहरी) पर पीपीटी प्रस्तुत की गई तथा सिंगताम नगर पंचायत द्वारा एसबीएम (शहरी) पर पीपीटी भी बैठक में साझा की गई।
इसी प्रकार, जीडीजेडपी के डीपीओ और उनके अधिकारियों की टीम द्वारा जेजेएम के कार्यान्वयन और वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट दी गई। तुषार निखारे ने चल रही परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति और चुनौतियों का आकलन किया तथा घोषणा की कि डीडब्ल्यूएसएम की बैठकें अब मासिक रूप से होंगी। इस बदलाव का उद्देश्य परियोजनाओं का समय पर पूरा होना सुनिश्चित करना है, तथा सभी हितधारकों को समय-सीमा के भीतर काम पूरा करने के लिए जवाबदेह बनाना है। उन्होंने एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) केंद्रों पर पर्याप्त पेयजल आपूर्ति और शौचालय सुविधाओं के महत्व पर बल दिया। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने संबंधित विभाग को अगली डीडब्ल्यूएसएम बैठक के दौरान आवश्यकताओं की रूपरेखा प्रस्तुत करने हेतु एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
बैठक को आरडीडी के उप निदेशक डॉ सुभाष ढकाल द्वारा आरडीडी के तहत धारा विकास परियोजना पर उपयोगी चर्चा और प्रस्तुति के साथ आगे बढ़ाया गया। इस बैठक में छह आईएचएचएल लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र भी वितरित किए गए, जिसमें सुश्री मीना कुमारी छेत्री, अपर राकदोंग वार्ड, रादोंग तिंतेक जीपीयू, सुश्री लीना माया लुइटेल, रैले वार्ड, सामदोंग कंबल जीपीयू, सुश्री रूपा छेत्री, लोअर सैमलिक वार्ड, सैमलिक मार्चक जीपीयू, सुश्री दावा लेप्चा, आले वार्ड, सैमलिक मार्चक, वार्ड, सुश्री अमृता कामी, बुदोंग वार्ड, खामदोंग जीपीयू, सुजल गदल, बुदांग वार्ड, खामदोंग जीपीयू शामिल हैं।
तुषार निखारे ने विश्व शौचालय दिवस मनाने की घोषणा करते हुए बैठक की शुरुआत की। यह दिवस प्रतिवर्ष 19 नवंबर को मनाया जाता है, जो उचित स्वच्छता की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस पहल के पीछे का मिशन हमारे मूल्यों और इतिहास में गहराई से निहित है। उन्होंने कई प्रमुख फोकस क्षेत्रों की पहचान की, जिनमें स्वीकृत परियोजनाएं बनाम कार्यशीलता, जवाबदेही और रिपोर्टिंग शामिल हैं। उन्होंने सभी क्षेत्रीय इंजीनियरों और टीम सदस्यों से अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता सुविधाओं की स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
उन्होंने संसाधन पुनर्प्राप्ति वाहनों और सामुदायिक स्वच्छता केंद्रों (सीएससी) की स्थिति पर व्यापक जानकारी मांगी, साथ ही राजमार्ग के किनारे शौचालय सुविधाओं के बारे में ग्राम पंचायत से जानकारी मांगी। तुषार निखारे ने स्वच्छता और आकांक्षी शौचालयों को प्राथमिकता देने के महत्व पर बल दिया तथा अगली बैठक में एक संचयी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने सुरक्षित पेयजल तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए योजनाओं के बेहतर समन्वय और समयबद्ध कार्यान्वयन पर जोर दिया।
अंत में, उन्होंने सभी से इस अभियान के माध्यम से सार्थक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध होने का आह्वान किया। बैठक में प्रतिभागियों के बीच इन लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु कार्रवाई योग्य कदम उठाने पर भी चर्चा हुई, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्वच्छता और सामुदायिक सहभागिता उनके प्रयासों में सर्वोपरि रहे। यहां यह उल्लेखनीय है कि डीसी ने 25 नवंबर, 2024 (सोमवार) को संबंधित विभागों द्वारा धारा विकास के संबंध में खामदोंग का संयुक्त सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया था। बैठक का समापन श्री सिसुम वांगचुक भूटिया, एडीसी गंगटोक द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।
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