गंगटोक । सूचना का अधिकार (RTI) को लेकर जागरुकता लाने के उद्देश्य से सिक्किम सूचना आयोग ने 2 से 6 जुलाई तक राज्य के विभिन्न जिलों में जमीनी स्तर के अधिकारियों को लक्षित करते हुए पांच दिवसीय मैराथन संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किया।
इसके तहत दो जुलाई को मंगन जिले के काबी स्थित ब्लॉक प्रशासनिक केंद्र में कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके अगले दिन का कार्यक्रम पाकिम जिले के अतिरिक्त जिला कलेक्टर (विकास) के कार्यालय सभागार में हुआ, जिसके बाद 3 और 4 जुलाई को पाकिम जिले के ही डुगा बीएसी में तीसरे दिन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद चौथे और पांचवें दिन के कार्यक्रम क्रमशज् नामची जिले के तेमी बीएसी में तथा गेजिंग एवं सोरेंग जिलों के प्रतिभागियों के लिए कारफ़ेक्टार स्थित राज्य ग्रामीण विकास संस्थान में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में संबंधित ब्लॉक प्रशासनिक केंद्रों के अधिकारी, संबंधित ब्लॉक प्रशासनिक केंद्रों के ग्राम और जिला पंचायत के सदस्य, ग्राम पंचायतों के पदाधिकारी, स्थानीय गैर सरकारी संगठन और सामाजिक संगठन शामिल हुए।
इस दौरान, कार्यक्रम की रिसोर्स पर्सन सिक्किम सूचना आयोग की विधि अधिकारी श्रीमती छिरिंग चोडेन भूटिया ने प्रतिभागियों को अधिनियम के महत्व और लाभों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने जनता को यह भी बताया कि यह अधिनियम सरकार के कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के साथ ही भ्रष्टाचार रोकने और जनता की भलाई हेतु काम करने में भी मदद करता है। वहीं, कार्यक्रम में आरटीआई अधिनियम के तहत सूचना का उत्तर प्राप्त करने में समय सीमा यानी आवेदन प्राप्त होने से 30 दिन के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों के साथ एक संवादात्मक सत्र भी हुआ, जिसमें आरटीआई कानून के फायदे और नुकसान पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान, श्रीमती भूटिया ने प्रतिभागियों को यह भी बताया कि सिक्किम सूचना आयोग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मोड सुविधा के साथ द्वितीय अपील आवेदन की ई-फाइलिंग शुरू कर दी है, जिसमें 31 दिसंबर 2023 से याचिका पर सुनवाई की जा सकती है।
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