चित्तौड़गढ़, 11 सितम्बर (एजेन्सी)। राजस्थान की जनता पांच साल में जमकर प्रताड़ित हुई, लेकिन अब जनता को घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि कुछ दिनों में आचार संहिता लगने वाली है। सरकार के दिन पूरे हो ही चुके हैं और अब 2023 विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की सरकार आने वाली है। यह बातें पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी ने चित्तौड़गढ़ में परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान स्वागत समारोह के संबोधन के दौरान कही।
तिवाड़ी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ने खींचतान में पूरे पांच साल निकाल दिए। एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट को निकम्मा नकारा और गद्दार कहते हैं। दूसरी तरफ इन्हीं के नेता राहुल गांधी सचिन पायलट को अपनी पार्टी की पूंजी बताते हैं। उसका सीधा अर्थ हुआ कि अशोक गहलोत की कांग्रेस पार्टी नाकारा और निकम्मी है। सचिन पायलट राजस्थान की जनता के हितों के लिए कभी लड़े ही नहीं, उन्हें तो केवल अपनी सत्ता के लिए लड़ना था और वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरे थे। लेकिन वह भी दिखावटी निकाली और अब जब युवा उनसे पेपर लीक भ्रष्टाचार पर सवाल पूछ रहे हैं तो वह नदारद हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार शुरू से ही भ्रष्टाचार और कुप्रशासन से घिरी रही, सचिन पायलट ने भी कई बार अपनी सरकार को घेरा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पायलट की लड़ाई की पराकाष्ठा हो चुकी है, अब दोनों ही मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सत्ता की चाबी पायलट की बजाय भारतीय जनता पार्टी को सौंप कर जाएंगे। स्थानीय मुद्दों पर बोलते हुए तिवाड़ी ने कहा कि बेगूं के कांग्रेस विधायक बजरी माफिया बन चुके हैं। सोना लूटने, चांदी लूटने, हीरे जवाहरात लूटते हुए सुना था, राजस्थान में बजरी लूटी जा रही है और यहां के विधायक बजरी माफिया को संरक्षण देते हैं। यह हालत राजस्थान में है, राजस्थान के कांग्रेस विधायक मिनी मुख्यमंत्री बनकर जागीरदार बन लूट रहे हैं।
घनश्याम तिवाडी ने कहा कि कांग्रेस सरकार कहती थी कि राम मंदिर बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे और यदि राम मंदिर बनेगा तो खून की नदियां बहेंगी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर बनने जा रहा है। 21 जनवरी 2024 तक रामलला विराजमान हो जाएंगे और एक मक्खी भी नहीं मरी। आज कश्मीर में अनुच्छेद-370 हटाने से महिलाओं में खुशी है, वह नहीं चाहते कि वहां पर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की वापसी हो। आज भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है और जो कॉरिडोर बनाया गया उसकी शशि थरूर ने सराहना की।
साल 1962 में कांग्रेस की सरकार के रहते सैनिकों को संसाधन उपलब्ध नहीं कराए गए और सेना को सक्षम नहीं बनाया गया। उसके चलते 1962 में सेना की हार हुई और तिब्बत चीन के कब्जे में गया। यह परिवर्तन संकल्प यात्रा हमारी सामूहिक एकता का परिचय दे रही है। राजस्थान के चारों कोनों से निकाली जा रही इस यात्रा को सभी दिशाओं में सभी जिलों में, गांवों में जोरदार समर्थन मिल रहा है। यह भाजपा की एकता को दर्शाता है और भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ताओं का सम्मान है। पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हैं। 2023 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी एक तिहाई बहुमत के साथ जीतकर सरकार बनाएगी।
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