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Sikkim के युवाओं के लिए समृद्ध भविष्य की दिशा में एक नई शुरुआत : मुख्यमंत्री

राज्य सरकार ने मेधावी कौशल विश्वविद्यालय के साथ किया समझौता

गंगटोक, 12 सितम्बर । सिक्किमी के युवाओं की समृद्धि के लिए नए दरवाजे खोलते हुए आज मेधावी कौशल विश्वविद्यालय द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय रोजगार के लिए कौशल केंद्र (शाइन) का उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर स्थानीय मनन केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उनके अलावा यहां राज्य के शिक्षा मंत्री केएन लेप्चा, कैबिनेट मंत्री, विधायक, सलाहकार, अध्यक्ष, गंगटोक नगर निगम के मेयर एवं डिप्टी मेयर, जिला कलेक्टर, पार्षद, राज्य पुलिस महानिदेशक अक्षय सचदेव, विभिन्न सरकारी विभागों के सचिव एवं अधिकारी, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि और एमएसयू के छात्र उपस्थित थे।

गौरतलब है कि यह केंद्र सिक्किमी युवाओं के लिए विदेशी मांग आधारित कौशल प्रशिक्षण प्रदान करते हुए उन्हें अंतरराष्ट्रीय रोजगार हेतु तैयार करने लायक बनाएगा। इसके तहत यह केंद्र जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, जापान और फिलीपींस जैसे देशों में संबंधित नियोक्ताओं और व्यावसायिक संस्थानों के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से रोजगार के संबंधित क्षेत्र में विदेशी भाषा, संस्कृति और तकनीकी दक्षताओं में प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेगा। ऐसे में उम्मीदवार अपने पसंद के विदेशी नियोक्ता के साथ काम कर पाएंगे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने इस पहल को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से देश के युवाओं को सशक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यापक दृष्टिकोण के साथ मेल खाने वाला बताया। उन्होंने कहा, मेधावी कौशल विश्वविद्यालय उद्योग संरेखित और कौशल-एकीकृत उच्च शिक्षा मॉडल को आगे बढ़ाने के अलावा हमारे युवाओं को सशक्त और सक्षम बनाने का एक माध्यम है। यह केंद्र निश्चित रूप से जर्मनी, जापान, यूके और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में हमारे युवाओं के लिए दरवाजे खोलेगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज का यह कार्यक्रम सिर्फ एक उद्घाटन नहीं, बल्कि सिक्किम के युवाओं के लिए एक समृद्ध भविष्य की दिशा में एक नई शुरुआत है।

वहीं राज्य के कृषि व बागवानी मंत्री एलएन शर्मा ने शिक्षित युवाओं को विदेश में कमाई के अवसर प्रदान करने हेतु मेधावी कौशल विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए राज्य में एमएसयू की स्थापना की अवधारणा के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। इसके अलावा, उन्होंने राज्य के शिक्षित युवाओं को अंतरराष्ट्रीय रोजगार प्रदान करने के लक्ष्य हेतु मुख्यमंत्री के प्रयास को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय, उद्योग भागीदारों और सभी संबंधित पक्षों को जिम्मेदारियां निभाने हेतु जवाबदेह होने के लिए प्रोत्साहित किया।

इससे पहले, अपने स्वागत भाषण में एमएसयू के सह-संस्थापक और प्रो-चांसलर कुलदीप शर्मा ने राज्य में आवश्यक बदलाव लाते हुए अगले 20 वर्षों में सिक्किम को अगला नालंदा बनाने के उनके विचार के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास का वादा किया। इसी कड़ी में उन्होंने युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने हेतु ‘एक परिवार, एक नौकरी’ की योजना के लिए भी मुख्यमंत्री की सराहना की।

वहीं, कार्यक्रम में उपस्थित जर्मनी के पीपल 2 हेल्प के संस्थापक होल्गर रोनाल्ड लैंग, नेविस जापान की सीईओ ताकाको ओशिबुची ने भी वक्तव्य रखा। होल्गर रोनाल्ड ने इस भव्य कार्यक्रम का हिस्सा बनने पर आभार व्यक्त करते हुए विस्तार से शिक्षा के महत्व पर बात की और रोजगार के समान अवसर प्रदान करते हुए भारत और जर्मनी के बीच दूरियों को पाटना अपना उद्देश्य बताया। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी स्थानीय युवाओं के उज्जवल भविष्य के द्वार खोलेगी। नेविस जापान की सीईओ ताकाको ओशिबुची ने कौशल विकास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए नेविस को भारतीयों के लिए रोजगार के अधिक अवसर पैदा करने और करियर संभावनाएं बढ़ाने वाला कदम बताया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री तमांग ने ओवरसीज मोबिलिटी हब के उत्कृष्टता केंद्र और मेधावी पॉली डायग्नोस्टिक सेंटर के रूप में एसआईसीयूएन का वर्चुअल उद्घाटन किया। कार्यक्रम में अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों में जेबीएम ग्रुप के राजीव शर्मा, आईजीजे अध्यक्ष मोहम्मद अब्दुस्सलाम, आईजीजे प्रिंसिपल डॉ. दिनेश के. सदय कुमार, जी लर्न लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी हिमांशु याग्निक, जीका राष्ट्रीय व्यवसाय विकास प्रबंधक के अरबिन्द्र प्रकाश एवं अन्य भी शामिल रहे।

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