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युवा शक्ति का सशक्तिकरण : विकसित भारत के लिए एक विज़न

डॉ. मनसुख मांडविया

भारत अपनी स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष-2047 की ओर आगे बढ़ रहा है, ऐसे में हमारे युवा विकसित भारत के निर्माण के हमारे मिशन में सबसे आगे हैं। बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले एक लाख युवाओं को राजनीति में शामिल करने के माननीय प्रधानमंत्री के आह्वान पर, हमने राष्ट्रीय युवा महोत्सव को एक असाधारण रूप में परिकल्पित किया है – “विकसित भारत युवा नेता संवाद 2025”। यह संवाद केवल एक आयोजन नहीं है, यह एक अभियान है, युवा सशक्तिकरण, नेतृत्व और व्यावहारिक विचारों का एक जीवंत उत्सव है, जो “विकसित भारत” से जुड़े देश के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

दो दशकों से अधिक समय से, राष्ट्रीय युवा महोत्सव सांस्कृतिक आदान-प्रदान और युवा ऊर्जा का प्रतीक रहा है। हालांकि, इस वर्ष, हमने अलग तरीके से सोचने का साहस किया। 18 नवंबर, 2024 को, हमने उत्सव के प्रारूप में एक अभूतपूर्व परिवर्तन की घोषणा की, जिसके केंद्र में नेतृत्व, नवाचार और राष्ट्र-निर्माण को रखा गया।

इस परिकल्पना का केंद्र है – विकसित भारत चुनौती, जो तीन चरणों वाली प्रतियोगिता है। इस प्रतियोगिता को भारत के सबसे प्रतिभाशाली युवाओं की पहचान करने और उन्हें विकसित करने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है। यह चुनौती योग्यता, समावेश और पारदर्शिता पर आधारित है, जो भौगोलिक या पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना हर युवा भारतीय को योगदान करने का समान अवसर मिलना सुनिश्चित करती है।

पहले चरण, विकसित भारत क्विज़ में देश भर के लगभग 3 मिलियन युवाओं ने भाग लिया। 12 भाषाओं में आयोजित इस प्रतियोगिता में पिछले दशकों में भारत की प्रगति के बारे में उनके ज्ञान का परीक्षण किया गया, जिससे समावेश और पहुँच सुनिश्चित हुई।

दूसरे चरण के तहत, विकसित भारत निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहराई से विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। पेश किये गए दो लाख से अधिक निबंधों में विकास के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने, सतत विकास को अपनाने, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और भारत को वैश्विक खेल महाशक्ति बनाने जैसे दस विषयगत क्षेत्रों पर विचार प्रस्तुत किये गए। विशेषज्ञ पैनल द्वारा मूल्यांकित इन निबंधों ने हमारे युवाओं की रचनात्मकता, विश्लेषणात्मक सोच और मौलिकता के बारे में गहन जानकारी प्रदान की।

अंतिम चरण के अंतर्गत, विकसित भारत विज़न डेक प्रतियोगिता में शीर्ष प्रतिभागी राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में शामिल हुए। यहाँ, युवा नेताओं ने क्षेत्र (डोमेन) विशेषज्ञों और नेतृत्व मध्यस्थों के पैनल के सामने अभिनव विचार प्रस्तुत किए। इस चरण में जमीनी स्तर के दृष्टिकोण और क्षेत्रीय विविधता पर जोर दिया गया, जिससे युवा भारतीयों की स्थानीय रूप से कार्य करते हुए वैश्विक स्तर पर सोचने की क्षमता का प्रदर्शन हुआ।

इन चरणों के माध्यम से पूरी हुई यात्रा को सुदृढ़ता और दृढ़ संकल्प की प्रेरक कहानियों से रेखांकित किया जा सकता है। पूर्वोत्तर की पहाड़ियों तथा राजस्थान और गुजरात के गाँवों से लेकर तमिलनाडु के तटीय शहरों तक, हमने युवा नेताओं को सामाजिक बाधाओं, लॉजिस्टिक्स चुनौतियों और व्यक्तिगत कठिनाइयों को पार करते हुए विकसित भारत का अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करते देखा – एक ऐसा भारत, जिसकी वे कल्पना करते हैं।

विकसित भारत युवा नेता संवाद 10 जनवरी, 2025 को आधिकारिक तौर पर भारत मंडपम, नई दिल्ली में शुरू होगा, जिसमें 3,000 प्रतिभागी एक ऐतिहासिक समागम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में विकसित भारत चैलेंज ट्रैक से 1,500 प्रतिभागी शामिल होंगे, जो राज्य चैंपियनशिप की शीर्ष 500 टीमों का प्रतिनिधित्व करेंगे, पारंपरिक ट्रैक से 1,000 प्रतिभागी भाग लेंगे, जो राज्य स्तरीय युवा महोत्सवों से चयनित प्रदर्शनों के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करेंगे और 500 पथप्रदर्शक शामिल होंगे, जो विषयगत ट्रैक पर अपने अभूतपूर्व योगदान के लिए चुने गए हैं।

प्रतिभागी सांस्कृतिक और विषयगत प्रस्तुतियों, प्रतियोगिताओं तथा प्रधानमंत्री संग्रहालय और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जैसे प्रतिष्ठित स्थलों की यात्रा में भाग लेंगे। विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के साथ एक विशेष रात्रिभोज, अनौपचारिक संवाद के लिए एक दुर्लभ मंच प्रदान करेगा, जो युवाओं की आकांक्षाओं को नीति निर्माण अंतर्दृष्टि के साथ जोड़ेगा।

11 जनवरी को एक भव्य उद्घाटन सत्र के साथ संवाद की शुरुआत होगी, जिसमें राष्ट्रीय प्रतीक, वैचारिक नेता और नवोन्मेषक भाग लेंगे। यह उच्च-स्तरीय चर्चा दस महत्वपूर्ण विषयों पर विषयगत विचार-विमर्श के लिए मंच तैयार करेगी, जिसका नेतृत्व सलाहकार और क्षेत्र (डोमेन) विशेषज्ञ करेंगे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम, “विकसित भारत के रंग” के साथ संध्या बेला जीवंत हो उठेगी, जिसमें भारत की कलात्मक विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा और यह हमारे युवाओं की असीम क्षमता का भी प्रतीक होगा। यह दिन बौद्धिक विमर्श और सांस्कृतिक उत्सव के बीच एक आदर्श संतुलन बनाता है, जो प्रतिभागियों को बड़े सपने देखने और निर्णायक रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।

स्वामी विवेकानंद की जयंती और युवा सशक्तिकरण की उनकी चिरस्थायी विरासत का सम्मान करने के लिए 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह आयोजन का अंतिम दिन होगा, जो प्रत्येक प्रतिभागी के लिए एक निर्णायक क्षण साबित होगा। विषयगत ट्रैक से शीर्ष दस विचार माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष प्रस्तुत किए जाएंगे, जो नवोन्मेषी युवाओं को आगे बढ़ने के लिए एक प्रेरक मंच प्रदान करेगा।

यह संवाद शासन और निर्णय लेने में युवाओं को शामिल करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर देता है। इसके बाद, प्रतिभागियों को माननीय प्रधानमंत्री और अन्य प्रतिष्ठित नेताओं के साथ दोपहर के भोजन पर बातचीत करने का अवसर मिलेगा। इससे सार्थक बातचीत को बढ़ावा मिलेगा, युवाओं को यादगार पलों को संजोने का मौक़ा मिलेगा और उनमें सशक्तिकरण की भावना का विकास होगा।

इस दिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक भव्य पूर्ण सत्र का भी आयोजन होगा। यह सत्र विकसित भारत को आकार देने में भारत के युवाओं की परिवर्तनकारी क्षमता को सुदृढ़ करेगा। इस सत्र के जरिये प्रतिभागियों को बदलाव के उत्प्रेरक के रूप में कार्य करने के लिए सशक्त और प्रेरित किया जाएगा।

विकसित भारत युवा नेता संवाद अपने पैमाने, समावेशिता और प्रभाव को दर्शाता है। इसकी पारदर्शी चयन प्रक्रिया से लेकर कार्रवाई योग्य विचारों पर इसके विशेष ध्यान तक, यह पहल युवा सशक्तिकरण के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का उदाहरण प्रस्तुत करती है। नवोन्मेषी विचारों के लिए एक मंच प्रदान करने तथा राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर के अग्रणी व्यक्तियों के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ सीधे संवाद करने के माध्यम से यह संवाद कार्यक्रम शासन में युवाओं की भागीदारी के लिए एक नया मानदंड स्थापित करता है।

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