गंगटोक, 16 सितम्बर । राज्य के मुख्यमंत्री ने 15 सितंबर को दक्षिण सिक्किम के राबांग्ला में एक कार्यक्रम में पिछली सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया तथा इस प्रकार प्रचारित किया जैसे यह उनकी ओर से लागू किया गया कार्यक्रम हो। इससे उनके वैचारिक खोखलेपन का प्रमाण मिलता है और यह भी पता चलता है कि एसकेएम सरकार में मौलिक सोच की कमी है। यह बातें एसडीएफ के प्रचार प्रसार उपाध्यक्ष कृष्णा खरेल ने यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में राज्य की अर्थव्यवस्था की स्थिति काफी जर्जर है। मुख्यमंत्री पीएस गोले चुनाव के करीब बिना बजट का प्रावधान किये एक मनमाने तरीके से घोषणाएं करने पर मजबूर हो रहे हैं। मुख्यमंत्री बजट में जीरो रहकर अपने भाषण में हीरो बनने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री खरेल ने कहा कि साढ़े चार साल की अवधि में उन्होंने राज्य के जंगलों को नष्ट करने, संपत्ति बेचने, अधिकारों को बंधक बनाने, चिन्हों को नष्ट करने, उद्योग का निजीकरण करने, राज्य के बजट और धन को मनमाने ढंग से खर्च करने और लूटने और राज्य के बाहर के पूंजीपतियों को सिक्किम का स्वामी बनाने में अपना समय बर्बाद किया है। आज वह पिछले चुनाव में जनता से किये गये झूठे वादों, शपथों और घोषणाओं को ठंडे बस्ते में रख कर एक और चुनाव जीतने के लिए झूठे वादे करने पर मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री लिम्बू-तमांग सीटों के प्रावधान, वित्त अधिनियम के कारण सिक्किम की पहचान और संवैधानिक अनुच्छेद 371 एफ के द्रवीकरण और इसके द्वारा बनाए गए अधिकारों और पहचान के सवाल जैसे गंभीर और महत्वपूर्ण मुद्दों पर नहीं बोलते हैं। वे अनुसूचित जनजाति से बाहर की गई 12 जातियों का मुद्दे, परम पावन करमापा के सिक्किम आगमन के मुद्दे पर मौन धारण किए रहते हैं। वह झूठ और झूठे आश्वासन फैलाकर लोगों को भ्रमित करना चाहते हैं।
श्री खरेल ने कहा कि वह राजनीति को धोखे का खेल समझ रहे हैं और बार-बार लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। एसडीएफ पार्टी एसकेएम पार्टी की ऐसी घृणित और शर्मनाक राजनीति की कड़ी निंदा करती है और एसकेएम पार्टी को और अधिक जिम्मेदार होने का सुझाव देती है। एसकेएम पार्टी और सरकार ‘एक परिवार एक नौकरी’ के कर्मचारियों को सलाह देना चाहती है कि वे सावधान रहें। अब एसकेएम सरकार की झूठी राजनीति सिक्किम की जनता के सामने उजागर हो गई है।
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