गंगटोक : विकलांग व्यक्तियों के लिए कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण के लिए समग्र क्षेत्रीय केंद्र (सीआरसी, सिक्किम) ने वृद्धाश्रम रानीपुल में सिक्किम के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मूल्यांकन शिविर का आयोजन करके ‘विश्व ब्रेल दिवस’ मनाया।
राष्ट्रीय वयोश्री योजना (आरवीवाई) दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार) की एक प्रमुख योजना है, जिसके तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को मूल्यांकन के बाद आवश्यकता आधारित सहायक उपकरण प्रदान किए जाते हैं। इसके तहत योजना की कार्यान्वयन एजेंसियों, सीआरसी सिक्किम और प्रधानमंत्री दिव्यांग केंद्र, पीएमडीके द्वारा एक मूल्यांकन शिविर का आयोजन किया गया था, जो जिला प्रशासन (गंगटोक) के सहयोग से राष्ट्रीय लोकोमोटर दिव्यांग संस्थान, एनआईएलडी, कोलकाता के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत असम लिंग्ज़े में कार्यरत हैं।
सीआरसी और पीएमडीके के अधिकारियों द्वारा आज कार्यक्रम स्थल, रानीपुल स्थित ओल्ड एज होम में 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के कुल 35 वरिष्ठ नागरिकों का मूल्यांकन किया गया। इस माह के अंत में मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार उन्हें आवश्यकता आधारित सहायक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। सीआरसी सिक्किम की निदेशक सुश्री पुष्पांजलि गुप्ता ने इस शिविर के आयोजन का अवसर प्रदान करने तथा सिक्किम में केंद्र के संचालन में उनके द्वारा दिए गए निरंतर मार्गदर्शन के लिए एनआईएलडी के निदेशक डॉ ललित नारायण को धन्यवाद दिया। उन्होंने शिविर के लिए स्थान उपलब्ध कराकर सहयोग देने के लिए गंगटोक के डीसी तुषार निखारे को धन्यवाद दिया तथा राज्य में विकलांगता संबंधी सेवाओं के कार्यान्वयन में सीआरसी सिक्किम को डीसी (गंगटोक) कार्यालय द्वारा दिए गए हर सहयोग के लिए भी धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि सीआरसी सिक्किम ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए 70 घंटे का रोजगार कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया था, जो डीएसी, गंगटोक और महिला एवं बाल विकास विभाग (सिक्किम सरकार) के सहयोग से एमएसजेई का एक अन्य प्रमुख कार्यक्रम है। अन्य गतिविधियों की श्रृंखला में सीआरसी सिक्किम ने सिंगताम बिहारी महिला समिति (सिंगताम) के सहयोग से 31 दिसंबर 2024 को सिंगताम में एक मूल्यांकन और वितरण शिविर का आयोजन किया था। इस प्रकार केंद्र दिव्यांगजनों को पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने के अपने उद्देश्यों को पूरा करने में राज्य सरकार के सहयोग से निरंतर प्रयास कर रहा है।
दृश्य विकलांगता के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाली सुश्री गुप्ता ने बताया कि वे लुई ब्रेल की जयंती भी मना रहे हैं, जिन्हें ब्रेल लिपि के जनक के रूप में भी जाना जाता है, जिसे आज विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। ब्रेल लिपि पढ़ने और लिखने की एक प्रणाली है तथा विकलांग व्यक्तियों के लिए संचार का एक महत्वपूर्ण साधन है। सीआरसी सिक्किम की निदेशक सुश्री पुष्पांजलि गुप्ता ने निदेशक डॉ ललित नारायण को धन्यवाद देकर मूल्यांकन कार्यक्रम की शुरुआत की।
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