गंगटोक । ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पहलों के तहत आज स्थानीय जिला कलेक्टरेट सभागार में दो कार्यशाला सह संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें जिले के 35 स्कूलों के 70 विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों, डीएसी कर्मचारियों और अन्य स्वयंसेवकों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर एसडीएम (मुख्यालय) सह जिला एनएमबीए नोडल अधिकारी जीएल मीणा, एडीसी अभिजीत पाटिल और सामाजिक न्याय विभाग के राहुल राज प्रधान उपस्थित थे।
यहां जीएल मीणा ने एनएमबीए के उद्देश्यों के बारे में बताते हुए उन व्यावहारिक स्थितियों को साझा किया जिनका छात्रों को वास्तविक जीवन में सामना करना पड़ सकता है। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को नशा विरोधी शपथ दिलाई और नशीली दवाओं और शराब से संबंधित ऐसे मुद्दों को हल करने की बात कही।
वहीं, सामाजिक न्याय विभाग के राहुल राज ने नशे की लत से छुटकारा पाने के उपायों के बारे बताते हुए इसके लिए उपलब्ध सरकारी तंत्र के बारे में भी बताया। इसके साथ ही जिला समाज कल्याण नोडल अधिकारी ज्योत्सना गुरुंग ने ‘शिक्षित, सशक्त, उत्थान करें : लड़कियां परिवर्तन का नेतृत्व कर रही हैं’ विषय पर छात्रों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना और इसमें वर्तमान विकास के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं और एक समावेशी और संवेदनशील समाज के निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। साथ ही नोर्मित लेप्चा ने वन स्टॉप सेंटर और महिला सशक्तिकरण में इसकी भूमिका के बारे में बताया।
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