गंगटोक । केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इम्फाल के दो संगठक कॉलेजों के राजभाषा निरीक्षण के संदर्भ में कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के तीन सदस्यीय निरीक्षण दल श्री परमजीत यादव, सहायक निर्देशक (राजभाषा), श्री मोहम्मद इसराइल, अनुभाग अधिकारी, और श्री प्रवीण भाटिया, अनुभाग अधिकारी ने कल से राजभाषा हिंदी की प्रगति का जायजा लेने के उद्देश्य से बागवानी महाविद्यालय, बर्मेक का दौरा किया।
राजभाषा के महत्व को समझते हुए, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इम्फाल के दो संगठक कॉलेजों में कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के तीन सदस्यीय निरीक्षण दल (दल श्री परमजीत यादव, सहायक निर्देशक (राजभाषा), श्री मोहम्मद इसराइल, अनुभाग अधिकारी, और श्री प्रवीण भाटिया, अनुभाग अधिकारी) के माध्यम से राजभाषा हिंदी की प्रगति का मूल्यांकन किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के अंतर्गत, बागवानी महाविद्यालय, बेर्मेक, सिक्किम में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गयाI इस मौके पर, उपस्थित गणमान्य लोगों ने समूह की प्रगति का मूल्यांकन किया और उसे प्रोत्साहित किया।
इस सभा के अध्यक्ष डॉ एके पांडेय ने स्वागत भाषण दिया और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने राजभाषा के महत्व को बल देने और उसके विकास के प्रति अपना समर्थन जाहिर कियाI इसके बाद, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इम्फाल के राजभाषा अधिकारी श्री अंगद प्रसाद ने सभा को संबोधित किया और राजभाषा हिंदी के महत्व को बताया। कार्यक्रम में कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक, श्री प्रवीण यादव ने राजभाषा के महत्व को उजागर किया।
इस सम्मेलन के अवसर पर, श्री यादव ने कहा, हमारे संविधान में हिंदी को राष्ट्रीय भाषा के रूप में स्वीकार किया गया है, और इसलिए हमें अपनी भाषा के प्रति समर्पित रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, हमें राजभाषा के प्रयोग को बढ़ावा देना चाहिए और उसे सभी क्षेत्रों में समर्थ बनाना चाहिए। कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को हिंदी में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
डॉ यमुना पांडे, सहायक प्रोफेसर और संगठन सचिव ने कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद भाषण दिया। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया और राजभाषा के महत्व को बढ़ावा देने का समर्थन किया। इसके बाद, सभा में राष्ट्रीय गान का अभिनय किया गया और इसके साथ ही कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
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