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राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह पर विभिन्‍न कार्यक्रम आयोजित

गेजिंग । राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह उत्सव के हिस्से के रूप में कंचनजंगा नेशनल पार्क के गेजिंग डिवीजन द्वारा वन्यजीव संरक्षण और मनुष्यों एवं वन्यजीवों के बीच मेलजोल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जागरुकता गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित की जा रही है। गौरतलब है कि इस वर्ष 2 से 8 अक्टूबर तक मनाए जाने वाले राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह की थीम “सह-अस्तित्व के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण” है।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, इस आयोजन में विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों की कड़ी में 3 और 4 अक्टूबर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट कंचनजंगा नेशनल पार्क के अंदर कंचनजंगा ट्रेकिंग ट्रेल पर जागरूकता गतिविधियां और सफाई अभियान चलाया गया। वहीं, आज जिले के थिंगलिंग-खेचुपेरी जीपीयू में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें पंचायत अध्यक्ष सोनम योंगदा भूटिया, एसीएफ केएनपी पासांग डिकी शेरपा, रेंज ऑफिसर तेनजिंग भूटिया, स्थानीय अधिकारी, सामाजिक संगठनों के सदस्य, गंगटोक डब्ल्यूडब्ल्यूएफ प्रतिनिधि और अन्य शामिल हुए।

इस अवसर पर रेंज ऑफिसर तेनजिंग भूटिया ने वन्यजीवों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने वाली वन्यजीव आवश्यक हैं। वहीं, उन्होंने थिंगलिंग-खेचुपेरी क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष के मुद्दे पर बोलते हुए आश्वासन दिया कि वन्यजीवों के कारण होने वाले नुकसान के लिए मुआवजा दिया जाता है। साथ ही उन्होंने मनुष्यों और वन्यजीवों के बीच संघर्ष को कम करने में अधिक जागरूकता और सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने उपस्थित लोगों को वन विभाग की कार्यप्रणाली के बारे में भी जानकारी दी और एक नई ऑनलाइन मार्किंग प्रणाली की शुरुआत की।

वहीं, कार्यक्रम में वन विभाग के कर्मियों द्वारा वन्यजीवों से मुठभेड़ों को संभालने की तरकीब पर एक प्रदर्शन दिखाया गया। साथ ही, एक व्यावहारिक प्रदर्शन यह दिखाया गया कि जानवरों को नुकसान पहुंचाए बिना मानव-वन्यजीव मुठभेड़ों के दौरान स्थितियों को कैसे संभालना है। उनके साथ, एसीएफ पासांग डिकी शेरपा ने संतुलित ईको सिस्टम के लिए वन्यजीवों को संरक्षित करने के महत्व पर बात की।

कार्यक्रम में ईको सिस्टम में पक्षियों के महत्व पर एक विशेष सत्र आयोजित किया गया। साथ ही, एक चर्चा सत्र में स्थानीय निवासियों ने मानव-वन्यजीव संघर्षों के साथ अपने अनुभव साझा किए और वन्यजीवों से संबंधित नुकसान को कम करने के लिए और अधिक उपाय करने का आह्वान किया। इसके अतिरिञ्चत, खेचुपेरी गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों के बीच वन्यजीव और पर्यावरण संरक्षण के विषय पर एक चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।

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