गंगटोक : केंद्रीय आयुष (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने सोमवार को स्थानीय क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान का दौरा कर वहां संस्थान की नव-उन्नत जैव रसायन और पैथोलॉजी प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।
उद्घाटन के बाद, केंद्रीय मंत्री ने संस्थान की चल रही परियोजनाओं और गतिविधियों की व्यापक समीक्षा की। उन्होंने संस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ एक चर्चा सत्र में भी भाग लिया। इस अवसर पर संस्थान के प्रभारी सहायक निदेशक डॉ अचिंत्य मित्रा ने मंत्री के समक्ष संस्थान की प्रमुख गतिविधियों का अवलोकन किया तथा शोध को बढ़ावा देने और पारंपरिक आयुर्वेदिक ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ एकीकृत करने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
वहीं, केंद्रीय मंत्री जाधव ने अपने संबोधन में देश के स्वास्थ्य सेवा ढांचे में आयुष प्रणालियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला तथा निवारक और उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवा दोनों में उनके महत्व पर बल दिया। इसके साथ ही मंत्री ने प्रकृति परीक्षण अभियान की उल्लेखनीय उपलब्धि को भी रेखांकित किया, जिसके तहत निर्धारित तिथि से पहले देश भर में एक करोड़ से अधिक प्रकृति परीक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किए गए।
बताया गया कि केंद्रीय मंत्री का यह दौरा संस्थान की शोध क्षमताओं को मजबूत करने तथा आयुर्वेद को एक समग्र और साक्ष्य-आधारित चिकित्सा प्रणाली के रूप में बढ़ावा देने की नई प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुआ। मंत्री के इस दौरे ने कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए उन्हें आयुष प्रणालियों को आगे बढ़ाने और देश के लिए उनके लाभों की दिशा में अपने समर्पित प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
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