गंगटोक, 14 अक्टूबर । केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के अधीन ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के तत्वाधान में सिक्किम राज्य विद्युत विभाग द्वारा सतत ऊर्जा क्षेत्र में सशक्तिकरण हेतु माझीटार में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हो गया। कार्यक्रम में ऊर्जा दक्षता पर संबंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई। गौरतलब है कि यह पहल स्थायी प्रथाओं और ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने हेतु राज्य विद्युत विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्यक्रम में ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में अग्रणी सेनर्जिस्ट के तकनीकी विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों के साथ प्रस्तुतियां दीं। इसमें मुख्य रूप से चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसके तहत, नगरपालिका मांग प्रबंधन के क्षेत्र में पंप तकनीशियनों के तकनीकी प्रशिक्षण में जल आपूर्ति एवं प्रबंधन की जरूरतों और चुनौतियों को संबोधित करते हुए ऊर्जा कुशल पम्पिंग प्रणालियों की जटिलताओं पर चर्चा की गई। वहीं, राज्य मत्स्य पालन में सूचना-तकनीक एवं सेंसर-आधारित स्मार्ट कृषि पहल पर प्रशिक्षण एवं जागरुकता कार्यक्रम में खास तौर पर जलीय कृषि पर केंद्रित अग्रणी कृषि तकनीकों पर जोर दिया गया।
इसके अलावा, कार्यक्रम में एक चर्चा सत्र भी हुआ जिसमें नगरपालिकाओं के लिए ऊर्जा बचत रणनीतियों, बिजली संसाधनों के कुशल उपयोग एवं स्थिरता के बढ़ावे हेतु जानकारी प्रदान की गई। वहीं, इसमें एकीकृत कोल्ड चेन क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता के तहत खराब होने वाले सामानों के संरक्षण में कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और ऊर्जा दक्षता पर जोर दिया गया।
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