पाकिम । पूर्वोत्तर के प्रतिभाशाली आदिवासी कारीगरों के लिए आजीविका की संभावनाओं को बढ़ाने की दिशा में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आज यहां ट्राइबल आर्टिसन एम्पैनलमेंट मेला (टैम) की शुरुआत की गई। इसमें मुख्य अतिथि पाकिम डीसी ताशी चोपेल के अलावा एसडीएम मुख्यालय महेंद्र छेत्री, जनजातीय मामलों के मंत्रालय ट्राइफेड उप प्रबंधक सह क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीमती सुमना साहा, ट्राइफेड के विशेष निजी सचिव संजीव अरोड़ा और अन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डीसी ने टैम मेले को जिले के आदिवासी समुदायों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताते हुए उनसे पीटीपी-एनईआर योजना के माध्यम से राष्ट्रीय मंचों पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने जनजातीय समुदायों के लचीलेपन और मेहनती स्वभाव पर प्रकाश डालते हुए क्षेत्र के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख किया। इसके अलावा, ट्राइफेड प्रतिनिधियों ने भी अपने वक्तव्य में जानकारी दी कि आदिवासियों द्वारा यहां लाई गई कलाकृतियों का संगठन और सहयोगी एजेंसी विशेषज्ञों के एक पैनल द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि टैम पूर्वोत्तर के जनजातीय उत्पादों को बढ़ावा देने हेतु विपणन और रसद विकास (पीटीपी-एनईआर) योजना के तहत एक पहल है। आदिवासी कारीगरों के आर्थिक विकास के उद्देश्य से यह योजना पिछड़े और आगे के संबंधों को शामिल करते हुए समर्थन के एक ईको सिस्टम के माध्यम से उनकी आय बढ़ाने की आकांक्षा रखती है। इसका उद्देश्य विशेष जनजातीय कला और शिल्प को पूरे देश में प्रदर्शित करना है, जिससे इन कलाकारों को ध्यान आकर्षित करने और नए व्यावसायिक अवसर खोजने में मदद मिलेगी।
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