पर्यटन रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण : विधायक सुब्बा

गंगटोक : विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य पर सिक्किम सरकार के पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा आज अपने विभागीय सभागार में ‘पर्यटन और सतत परिवर्तन’ विषय पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विधायक सह पर्यटन व नागरिक उड्डयन सलाहकार सुदेश कुमार सुब्बा मुख्य अतिथि, सिक्किम पर्यटन विकास प्रकोष्ठ अध्यक्ष लुकेंद्र रसाइली सम्मानीय अतिथि और पर्यटन व नागरिक उड्डयन ओएसडी मिंगमा एल लेप्चा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

इस अवसर पर विधायक सुब्बा ने मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में सिक्किम के पर्यटन क्षेत्र के उल्लेखनीय विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में जीरो महोत्सव जैसे राष्ट्रीय आयोजनों में पर्यटन मंत्री टीटी भूटिया की सक्रिय उपस्थिति का उल्लेख किया और राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पर्यटन पहलों में विभाग की भागीदारी की सराहना की। उन्होंने चोला और डोकला पास को भारतीय पर्यटकों के लिए खोलने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया, साथ ही मेगा होमस्टे परियोजना और मुख्यमंत्री उद्यमिता योजना जैसी प्रमुख पहलों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने आगे कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में, पर्यटन मानव संपर्क द्वारा प्रबंधित कुछ क्षेत्रों में से एक है, जो इसे रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण बनाता है। सुब्बा ने सभी पुरस्कार विजेताओं की उनके योगदान के लिए, विशेष रूप से प्राकृतिक आपदाओं के दौरान, सराहना की और उनसे अपनी समर्पित सेवा जारी रखने का आग्रह किया।

वहीं, लुकेंद्र रसाइली ने रिकॉर्ड संख्या में पुरस्कार विजेताओं की प्रशंसा की और इसे राज्य की बढ़ती पर्यटन क्षमता और हितधारकों की तत्परता का प्रमाण बताया। उन्होंने मौखिक प्रचार और पर्यटकों की प्रतिक्रिया के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि सिक्किम का पर्यटन क्षेत्र पिछले 50 वर्षों में उल्लेखनीय रूप से विकसित हुआ है। उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं, कोविड-19 महामारी और तीस्ता बाढ़ जैसी चुनौतियों को स्वीकार किया, लेकिन होमस्टे, ट्रैवल कंपनियों और होटलों को समर्थन देने में सरकार की भूमिका पर ज़ोर दिया।

रसाइली ने बताया कि बाधाओं से निपटने के लिए सरकार ने कोलकाता में यात्रा और पर्यटन मेले (टीटीएफ) जैसे आयोजनों में हितधारकों की भागीदारी को सुगम बनाया है, जहां लोगों को जागरूक करने के लिए स्टॉल लगाए गए थे। साथ ही, उन्होंने याद दिलाया कि पर्यटन मुख्य रूप से निजी क्षेत्र द्वारा संचालित उद्योग बना हुआ है। ऐसे में, उन्होंने एक 50-50 पहल का सुझाव दिया जहाँ सरकार और हितधारक मिलकर राज्य के बाहर के उत्पादों का प्रतिनिधित्व करें और संभावित पर्यटकों और आगंतुकों के साथ सीधी बैठकें करें।

वहीं, भविष्य की ओर देखते हुए उन्होंने हितधारकों से राज्य की बढ़ती वाहन और आवास क्षमता के साथ रणनीतियों को संरेखित करने का आग्रह किया, जिसका लक्ष्य सालाना कम से कम 30 लाख पर्यटकों को आकर्षित करना है, जिससे होटलों में रहने वालों की संख्या 10-20 प्रतिशत से बढक़र लगभग 70 प्रतिशत हो सकती है। इससे पहले, औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन के बाद पर्यटन व नागरिक उड्डयन पीसीई सह सचिव नीरज प्रधान ने इस वर्ष के विषय पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि पर्यटन आर्थिक विकास, व्यावसायिक अवसरों और सामुदायिक परस्पर निर्भरता का केंद्रबिंदु है। उन्होंने आगे कहा कि सतत पर्यटन स्थानीय भागीदारी पर आधारित होना चाहिए, जो लचीलेपन को मजबूत करता है और दीर्घकालिक विकास सुनिश्चित करता है।

कार्यक्रम में पर्यटन क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सभी छह जिलों के 107 लोगों और संगठनों को सम्मानित किया गया। इन पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पर्यटन इकाइयाँ – रिसॉर्ट, होमस्टे एवं विलेज टूरिज्म; बजट और लक्जरी श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले होटल एवं रिसॉर्ट; सर्वश्रेष्ठ ग्राम पर्यटन समितियां एवं संघ; पर्यटन व नागरिक उड्डयन विभाग, एसटीडीसी, आईएचसीएई चेमचे और आईएचएम साजोंग रुमटेक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कर्मचारी; सर्वश्रेष्ठ ट्रेकिंग, बर्डवॉचिंग और टूर गाइड;  सिक्किम विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ शोध छात्र; सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली ट्रैवल एजेंसी एवं टूर ऑपरेटर; सर्वश्रेष्ठ पर्यटक टैक्सी चालक एवं अन्य शामिल रहे।

इनके अलावा, सिक्किम सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तावित 2025-26 के बजट में जीएलओएफ 2023 और जून 2024 और 2025 में उत्तर सिक्किम सडक़ अवरोधों के दौरान उनके असाधारण प्रयासों के लिए लोगों, संगठनों और ट्रैवल एजेंसियों के व्यापक योगदान को मान्यता देते हुए प्रशंसा प्रमाण पत्र दिये गये। वहीं, चुंगथांग के उगेन छिरिंग भूटिया और मंगन पुलिस अधीक्षक सोनम डिचू को टीएएएस, सिक्किम टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन और उत्तर सिक्किम ड्राइवर एसोसिएशन के साथ मिलकर क्षेत्र में सडक़ अवरोधों के दौरान बड़े पैमाने पर बचाव और निकासी अभियानों का नेतृत्व करने, रसद सहायता प्रदान करने और फंसे हुए पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए आवास की व्यवस्था करने के लिए सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में पर्यटन क्षेत्र के विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया, जिनमें आईटीबीपी, बीआरओ, भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, ग्रेफ, स्काउट्स, वन विभाग और सिक्किम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रतिनिधि शामिल थे। साथ ही, सिक्किम ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन, चुंगथांग गुरुद्वारा, मंगन ज्वॉइंट एक्‍शन कमिटी, सिक्किम होटल एंड रेस्‍तरां एसोसिएशन और सिक्किम यूनाइटेड टूरिज्म ऑर्गनाइजेशन, पेलिंग टूरिज्म डेवलपमेंट एसोसिएशन जैसे प्रमुख पर्यटन संघों के सदस्यों ने इसमें शिरकत की।

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