योग के माध्यम से भारत दुनिया को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश देता है : राज्‍यपाल

गंगटोक । हिमालयी राज्य सिक्किम में ‘स्वयं एवं समाज के लिए योग’ थीम पर शुक्रवार को 10वें राज्य स्तरीय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। सिक्किम राज्य आयुष सोसायटी द्वारा स्थानीय पालजोर स्टेडियम के इंडोर हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य के साथ स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री जीटी ढुंगेल सम्मानीय अतिथि तथा के रूप में पीएचई एवं जल संसाधन मंत्री सोनम लामा विशिष्ट अतिथि थे।

इस अवसर पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की उपाध्यक्ष राज कुमारी थापा, मंत्रिपरिषद के सदस्य, विधायक, जीएमसी के डिप्टी मेयर, डीजीपी, एसीएस, प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य सचिव, विभागाध्यक्ष, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण एवं अन्य सरकारी विभागों के अधिकारी, पुलिस, आईआरबी, एसएसबी, आईटीबीपी जवान, स्कूली विद्यार्थी एवं अन्य विभिन्न संगठनों के अधिकारीगण ने शामिल होकर सामूहिक योगासन किया।

इससे पहले, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव एसके झा के स्वागत भाषण से शुरु हुए कार्यक्रम में राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने अपने संबोधन में योग को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नई पहचान दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की, जिसके कारण ही 21 जून को विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह वैश्विक मान्यता योग को भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग बनाने, विश्व स्तर पर सम्मान और मान्यता दिलाने में प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता और नेतृत्व का प्रमाण है। राज्यपाल ने कहा कि योग के माध्यम से भारत दुनिया को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश देता है। उन्होंने योग की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता पर प्रकाश डालते हुए इसे दुनिया को एकजुट करने और शांति, बंधुत्व और सद्भाव का संदेश देने वाला बताया।

वहीं, राज्य में योग दिवस के उत्सव पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उपयुक्त सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ, सिक्किम को योग और ध्यान के लिए विश्व स्तरीय केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही लोगों को स्वस्थ जीवन जीने की कला प्रदान की जाएगी, जिससे सिक्किम योग और ध्यान के लिए एक वैश्विक गंतव्य बन जाएगा। उन्होंने सभी से ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ की थीम को अपनाने और स्वस्थ जीवन शैली, स्वस्थ सिक्किम, स्वस्थ राष्ट्र और स्वस्थ विश्व के लिए योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने का आग्रह किया।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री जीटी ढुंगेल ने सामाजिक विकास के लिए स्वास्थ्य को जरूरी बताते हुए योग जैसे समग्र स्वास्थ्य प्रथाओं को अपनी दिनचर्या में शामिल करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य प्रगति की आधारशिला है। समग्र प्रथाओं को अपनाने से हम न केवल व्यक्तिगत कल्याण को बढ़ाते हैं बल्कि अपने समुदायों को भी मजबूत करते हैं।

इस दौरान, एसटीएनएम की आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुमिरन तमांग की देखरेख में 45 मिनट का योग सत्र आयोजित किया गया। इसमें शामिल होकर उपस्थित लोगों ने भुजंगासन, पवनमुक्तासन, सेतुबंधासन आदि जैसे कई योगासन किए।

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