गंगटोक, 28 सितम्बर । सिक्किम सशस्त्र पुलिस बल के 48वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर स्थानीय पांगथांग स्थित एसएपी कैम्प में आज से तीन दिवसीय स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत हुई। इसके उद्घाटन अवसर पर राज्य पुलिस महानिदेशक एके सिंह मुख्य अतिथि थे। उनके साथ विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अक्षय सचदेवा, सशस्त्र पुलिस बल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अविचल, सेवानिवृत्त सशस्त्र पुलिस कर्मी और अन्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर डीजीपी सिंह ने अपने संबोधन में कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु पूरी सिक्किम सशस्त्र पुलिस बटालियन को बधाई देते हुए सिक्किम सशस्त्र पुलिस की महत्वपूर्ण प्रगति और बटालियन की प्रतिष्ठा को ऊंचाइयों तक पहुंचाने की बात कही। साथ ही उन्होंने हाल के वर्षों में बटालियन द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं और विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कोविड-19 महामारी के दौरान जवानों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की भी सराहना की।
इसके अलावा, सिंह ने स्मार्ट पुलिसिंग तकनीकों को अपनाने और एक ऐसा बल तैयार करने के महत्व पर भी जोर दिया जो सख्त और संवेदनशील, आधुनिक और मोबाइल, सतर्क और जवाबदेह, विश्वसनीय और उत्तरदायी, तकनीकी-प्रेमी और प्रशिक्षित हो।
वहीं, अपने स्वागत भाषण में सिक्किम सशस्त्र पुलिस के कमांडेंट अर्जुन तमांग ने बटालियन की स्थापना का संक्षिप्त इतिहास बताते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. लेंडुप दोर्जी काजी की दूरदर्शिता के बारे में बताया। उनके अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘रक्षा और सेवा’ के आदर्श वाक्य के साथ राज्यवासियों के कल्याण हेतु बटालियन की स्थापना की थी। साथ ही उन्होंने तीन दिवसीय कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रदर्शन किए जाने की भी जानकारी दी।
कार्यक्रम में एसएपी के विशेष कार्य बल द्वारा हाउस इंटरवेंशन ड्रिल का प्रदर्शन किया गया, जिसके बाद बल कर्मियों के बीच रस्साकशी प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। वहीं, इस दौरान मुख्य अतिथि ने सुरक्षा बलों की मारक क्षमता बढ़ाने हेतु डिजाइन किए गए मल्टी बैरल लॉन्चर ‘अग्नि वर्षा’ सहित अन्य हथियारों की प्रदर्शनी का भी देखा।
उल्लेखनीय है कि सिक्किम सशस्त्र पुलिस बटालियन की स्थापना 1976 में 50 एकड़ जमीन पर की गई थी। शुरूआत में 60 जवानों वाली इस बटालियन में अब 840 जवान हैं।
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