सोरेंग : जिले के दरमदीन स्थित रुमल्यांग तुंगरोंग (स्वर्ग की सीढ़ी) के निर्माण कार्य का जायजा लेने हेतु द इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रांसफॉर्मिंग सिक्किम की टीम ने आज वहां का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ रेंज्योंग मुतांची रोंग तर्जुम (सिक्किम लेप्चा संघ), रेंज्योंग मुतांची रोंग ओंग शेजुम (सिक्किम लेप्चा युवा संघ) और रेंज्योंग मुतांची रिंगमोम कुर्मोम (सिक्किम लेप्चा साहित्यिक संगठन) के प्रतिनिधिगण भी थे।
इस अवसर पर आईटीएस सदस्यों के साथ भवन एवं आवास विभाग के सहायक अभियंता राकेश शर्मा भी मौजूद थे, जिन्होंने वर्तमान स्थिति और प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी।
इस दौरान, आईटीएस उपाध्यक्ष सीपी शर्मा ने जिक्र किया कि पिछले दिनों तेंदोंग ल्हों रुम फाट 2025 समारोह के दौरान सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग अगले वर्ष यह महोत्सव रुमल्यांग तुंगरोंग में ही आयोजित किये जाने की इच्छा व्यक्त कर चुके हैं। इसी के अनुरूप, आईटीएस टीम ने परियोजना के समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करने के लिए स्थल का निरीक्षण किया है। उन्होंने रुमल्यांग तुंगरोंग पहल के सफल क्रियान्वयन को प्राथमिकता देने के लिए आईटीएस की प्रतिबद्धता दोहराई और परियोजना के रणनीतिक महत्व का हवाला देते हुए सड़क एवं पुल विभाग को संबंधित विभागों के परामर्श से दरमदिन बाजार से निर्माण स्थल तक सडक़ चौड़ीकरण कार्य शुरू करने की सलाह दी। साथ ही, सभी संबंधित विभागों को पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु उचित दस्तावेज और रिकॉर्ड बनाए रखने के निर्देश भी दिए गए।
प्रभावी नियोजन में सहायता के लिए, आईटीएस ने भवन एवं आवास विभाग से निर्माण कार्यों की प्रगति का विवरण देने वाली एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है, जिसमें परियोजना के विभिन्न घटकों और विशेषताओं पर स्पष्टता भी शामिल हो। भवन एवं आवास विभाग की सचिव श्रीमती आशा गुरुंग ने भी आईटीएस टीम को परियोजना के प्रमुख पहलुओं पर जानकारी दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगे की योजना बनाने और सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए एक विस्तृत प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। इसके बाद आईटीएस, विभागीय प्रतिनिधियों और उक्त तीनों लेप्चा संगठनों के सदस्यों के बीच एक खुली चर्चा हुई, जिसमें समय पर पूरा होने और रुमल्यांग तुंगरोंग के सांस्कृतिक महत्व को संरक्षित करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
बातचीत के दौरान, एसोसिएशन ने आईटीएस के समक्ष कई अनुरोध प्रस्तुत किए, जिनमें आगामी तेंदोंग ल्हो राम फाट समारोह के समर्थन हेतु डिजाइन में सांस्कृतिक तत्वों को शामिल करने, पर्यावरण संरक्षण और बुनियादी सुविधाओं के प्रावधान पर जोर दिया गया। इस दौरान आईटीएस सदस्य श्रीमती गंगा देवी प्रधान, नम्रता थापा, डॉ सांगे दोरजी भूटिया, डॉ भरत चंद्र वशिष्ठ, जेम्स छिरिंग लेप्चा, डॉ नीरज अधिकारी, पूर्व विधायक ओटी लेप्चा समेत लेप्चा एसोसिएशनों के प्रतिनिधि, अधिकारी और विभिन्न विभागों के कर्मचारी उपस्थित थे।
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