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जनता ने दुबारा एसडीएफ को सत्‍ता में लाने का बना लिया है मन : जूडी राई

गंगटोक । सिक्किम में पहली बार अपनी सरकार गठन की वर्षगांठ पर सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) ने आज कहा कि 25 वर्षों की लंबी अवधि तक शासन के बाद 2019 में राज्य की जनता ने दुर्भाग्यपूर्ण रूप से गलत नेतृत्व को शासन की कमान सौंपी थी। अब राज्य की जनता को अपनी गलती का एहसास हो गया है और लोगों ने फिर से एसडीएफ को सत्ता में लाने का मन बना लिया है। गौरतलब है कि 12 दिसंबर 1994 को ही सिक्किम में पवन चामलिंग के नेतृत्व में एसडीएफ पार्टी की पहली सरकार स्थापित हुई थी।

एसडीएफ की प्रचार महासचिव जूडी राई ने कहा कि 1994 से पहले सिक्किम हर क्षेत्र में बहुत पिछड़ा हुआ था। ऐसे में पवन चामलिंग के नेतृत्व में एसडीएफ सरकार की स्थापना के साथ ही समस्त सिक्किम वासियों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का सूर्योदय हुआ। इससे पहले, राज्य वासी लोकतांत्रिक राज्य के नाम पर राजशाही की प्रशासन शैली से उत्पीडि़त थे। ऐसे में 12 दिसंबर को ही अधिकांश राज्यवासी सही मायने में लोकतांत्रिक अधिकारों से परिचित हुए और पूर्ण लोकतंत्र का आनंद लेने का सौभाग्य प्राप्त किया। उनके अनुसार, लोकतंत्र के वास्तविक आदर्शों के साथ चामलिंग के नेतृत्व में ‘जनता राज में, जनता का ही राजा’ के नारे के साथ जब एसडीएफ पार्टी राज्य की सत्ता में आई तो यहां सामाजिक न्याय के साथ विकास का नया दौर शुरू हो गया। उन्होंने कहा, जाति, धर्म, लिंग, वर्ग से ऊपर उठकर अंत्योदय को प्राथमिकता देते हुए चामलिंग ने हर सिक्किमवासी के लिए भोजन, आश्रय, नि:शुल्क शिक्षा व स्वास्थ्य एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित की। सर्वांगीण विकास के मुख्य आधार के तौर पर पूरे सिक्किम में सडक़ों, बिजली एवं जल प्रबंधन का बड़े पैमाने पर निर्माण शुरू किया गया।

राई ने आगे कहा, इस तथ्य से कोई इनकार नहीं कर सकता कि एसडीएफ सरकार की स्थापना के बाद से ही सिक्किम के अधिकांश लोग सुबह-शाम का चावल सुरक्षित रूप से खा सकते हैं। अन्यथा, सर्दियों के अधिकांश दिनों में फलों और कंदों से ही गुजारा करना पड़ता था। इसके अलावा, एसडीएफ सरकार की स्थापना के बाद ही 70 प्रतिशत ग्रामीणों ने पहली बार 20 हजार रुपये की नकद राशि देखी होगी, जो सरकार द्वारा घर की मरम्मत के लिए वितरित की गई थी। उनके अनुसार, एसडीएफ सरकार आम जनता को घर बना कर देने वाली पहली सरकार है। उससे पहले सिक्किम के अधिकांश घर मिट्टी के थे, जो आज कहीं देखने को नहीं मिलते। ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों को छोटे-छोटे कमरों में चलाया जाता था, लेकिन आज वहां पक्की इमारतें बन गयी हैं। यह एसडीएफ सरकार ही है जिसने पहली बार सिक्किम में छात्रों के लिए मुफ्त शिक्षा, कपड़े, किताबें और मिड डे मील की सुविधा सुनिश्चित की थी। इसके अलावा, एसडीएफ सरकार राज्य में मुफ्त स्वास्थ्य जांच, दवा वितरण एवं लोगों की बुनियादी सुविधाओं का ध्यान रखने वाली पहली सरकार है।

एसडीएफ प्रचार नेता के अनुसार, हमारे नेता पवन चामलिंग के नेतृत्व वाली सरकार ने ही सिक्किम में पहली बार महिलाओं को सशक्त बनाने की पहली की। एसडीएफ सरकार ने ही पहली बार माताओं को कच्ची लकड़ी के धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए सिलेंडर-गैस चूल्हा उपलब्ध कराया था। माताओं, बहनों को आर्थिक स्वतंत्रता देने एवं सशक्त बनाने के लिए उन्हें विभिन्न प्रशिक्षण नि:शुल्क दिये गये। उन्होंने कहा, सिक्किम में राजनीतिक, प्रशासनिक और औद्योगिक क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी चाहे कितनी भी क्यों न हो, यह एसडीएफ सरकार के सामाजिक न्याय और पवन चामलिंग के पूर्ण लोकतांत्रिक मानवतावादी सिद्धांतों का ही परिणाम है।

राई ने कहा कि राज्य में लंबे समय तक सुशासन के बावजूद कुछ स्वार्थी नेताओं के कारण कई जरूरतमंद लोग सरकारी योजनाओं और विकास और समान अवसरों से वंचित रह गए हैं। साथ ही दुर्भाग्यजनक रूप से जनता ने गलत नेतृत्व को सत्ता सौंप दी है। हालांकि, वर्तमान सरकार की कार्यशैली ने समय रहते लोगों को इस नेतृत्व की सच्चाई बता दी है और आज जनता इस पर पछता रही है। ऐसे में अब जनता ने इस सरकार को सत्ता से बेदखल करने का फैसला कर लिया है। आज हर कोई एसडीएफ पार्टी के ‘सिक्किम बचाओ’ अभियान का अभिन्न अंग बन रहा है।

#anugamini #sikkim #sdf

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