ऐतिहासिक सुपर कार रैली की हुई शुरुआत

रैली के Sikkim पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत

गंगटोक : ‘सिक्किम- द सिल्क रूट ड्राइव : प्राचीन मार्ग को पुनर्जीवित करना– सुपर कार रूट’ के लिए एक कर्टन रेजर कार्यक्रम गंगटोक में आयोजित किया गया, जिसमें राज्य में 17 उच्च प्रदर्शन वाली सुपरकारों के काफिले का आगमन हुआ और यह सिक्किम के अद्भुत हिमालयी परिदृश्य में तीन दिवसीय लक्जरी मोटरिंग अभियान की शुरुआत का संकेत था।

सुपरकारों के आगमन से राजधानी में उत्साह का माहौल बन गया, क्योंकि लोग मार्गों पर खड़े थे ताकि वे लांबोर्गिनी और पोर्श जैसी कारों को सिक्किम में प्रवेश करते देख सकें। काफिले का गर्मजोशी से स्वागत किया गया और उत्साही दर्शक इन चमचमाती कारों की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन कर रहे थे और उनकी तस्वीरें खींच रहे थे, जो राज्य की विशिष्ट मेहमाननवाजी और इस पहले प्रकार के लक्जरी मोटरिंग इवेंट की मेज़बानी पर गर्व का प्रतीक था।

कार्यक्रम में सिक्किम सरकार के पर्यटन और नागरिक उड्डयन एवं वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के मंत्री छिरिंग थेंडुप भूटिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि 17 उच्च प्रदर्शन वाली सुपरकारों का सिक्किम में प्रवेश राज्य के हिमालयी क्षेत्र में एक अनोखी तीन दिवसीय ड्राइव की शुरुआत को चिह्नित करता है। उन्होंने बताया कि सुपरकार रैली एक स्व-वित्तपोषित और स्व-प्रेरित पहल है, जिसे सिक्किम सरकार और भारतीय सेना के त्रिशक्ति कोर के तहत ब्लैक कैट डिवीजन के सहयोग से मुंबई स्थित सुपरकार रूट ग्रुप द्वारा आयोजित किया गया है। मंत्री ने यह भी कहा कि ऐसी पहलों से सिक्किम की प्रीमियम पर्यटन अनुभवों की मेज़बानी की तैयारी और यात्रा की सुरक्षा, स्थिरता और जिम्मेदार यात्रा सुनिश्चित करने का संदेश मिलता है।

कार्यक्रम ने सिक्किम को उच्च गुणवत्ता वाले अनुभवात्मक पर्यटन के एक गंतव्य के रूप में प्रदर्शित किया, जो राज्य की ऐतिहासिक सिल्क रूट धरोहर को आधुनिक परिवहन के साथ जोड़ता है। सुपरकारों का प्रभावशाली प्रदर्शन सार्वजनिक रुचि को आकर्षित करता है और धरोहर, नवाचार और समकालीन पर्यटन के सामंजस्यपूर्ण मिलन का प्रतीक बनता है।

गंगटोक जिले के अतिरिक्‍त राजनीतिक सचिव छिरिंग वांग्चुक लेप्चा ने स्वागत भाषण दिया और दर्शकों को सिल्क रूट ड्राइव के महत्व और इसके विशाल पर्यटन संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। परंपरागत मेहमाननवाजी के प्रतीक के रूप में, सभी रैली प्रतिभागियों और चालकों को खदा अर्पित किया गया।

ज़ैन राइस, सुपरकार रूट के संस्थापक और प्रमुख योजना कर्ता, ने सभा को संबोधित किया और सुपरकार रूट की अवधारणा के बारे में अपने विचार साझा किए, जिसमें उन्होंने सिक्किम की सुंदर पर्वतीय सड़कों और समृद्ध सांस्कृतिक परिदृश्य को भारत के लक्जरी मोटरिंग सर्किट में एक विशिष्ट और यादगार क्षण बताया। उन्होंने उपस्थित बच्चों से बातचीत की और उन्हें बड़े सपने देखने और बिना किसी सीमा के आकांक्षाएं रखने के लिए प्रेरित किया।

रैली के प्रतिभागियों में अभय अग्रवाल, शुभम किरोडियन, वीरन मिरानी, पराग राजदा, खुशरोह ओलिया, वैभव ठक्कर, विवेक सोनी, जयेश ठक्कर, अभिषेक शाह, निखिल धारिया, दिव्यांशु पटेल, कृश बजाज, एल्ड्रिन गोम्स, समीर भाटिया, अविनाश पाहुजा और शंतनु राजदा शामिल थे, जो उद्यमिता, वित्त, लॉजिस्टिक्स, रियल एस्टेट, निर्यात, निर्माण और प्रौद्योगिकी जैसे विविध पेशेवर क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

सांस्कृतिक खंड में सिक्किम की समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण विविधता को आकर्षक लेप्चा, भूटिया और नेपाली पारंपरिक नृत्यों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर पारंपरिक याक नृत्य भी पेश किया गया।

एक्वाटेक ब्लिस प्राइवेट लिमिटेड (हिमालयन ऑक्सी) की समन्‍वयक श्रीमती मोना गुरुंग ने भी सभा को संबोधित किया, अपने उत्पाद को प्रस्तुत किया और आयोजकों की सराहना की जिन्होंने इस प्रकार का एक विशिष्ट और भविष्य की ओर बढ़ने वाला कार्यक्रम आयोजित किया। शाम को नीतेश जंग कुंवर ने ऑर्किड महोत्सव के हिस्से के रूप में विशेष संगीत प्रदर्शन किया, जिसमें उनके आत्मीय धुनों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और अवसर को एक उत्सवात्मक आकर्षण प्रदान किया।

कार्यक्रम में विधायक दिल्‍ले नामग्याल बारफुंग्‍पा, विधायक श्रीमती पामिन लेप्चा, विधायक आदित्य गोले, जिलाधिकारी तुषार जी निखारे, जिला अध्‍यक्ष श्रीमती लाडेन लामा,  सिमफेड अध्‍यक्ष तेंजिंग दोरजी भूटिया, मुख्‍यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी रेवाज छेत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन ओमास के उपाध्‍यक्ष  कर्मा जिग्मी भूटिया के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

इससे पहले ऐतिहासिक व्यवसायिक मार्ग को फिर से शुरू करने की थीम के साथ “सिक्किम-द सिल्क रूट ड्राइव” नामक 17 सुपरकार रैली का काफिला आज सिक्किम पहुंचा। इसके साथ ही तीन दिवसीय इस इवेंट की आधिकारिक शुरुआत हुई। आज इन गाडि़यों को रंगपो में अटल सेतु ब्रिज पर अतिरिक्त मुख्‍य सचिव सीएस राव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

उल्लेखनीय है कि सिक्किम सरकार और भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर की ब्लैक कैट डिवीजन के सहयोग से आयोजित यह सुपर कार रैली एक स्वयं-वित्तपोषित पहल है, जिसे मुंबई का सुपर कार रूट ग्रुप लीड कर रहा है। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, अगले तीन दिनों में यह काफिला राज्य भर की विभिन्न प्रमुख जगहों से गुजरेगा, जिसका मकसद सिक्किम को एलीट मोटरिंग के लिए देश की सबसे सुंदर और समृद्ध जगहों में से एक बनाना है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के एपीएस छिरिंग वांग्चुक लेप्चा ने एनएच-10 समेत राष्‍ट्रीय राजमार्ग की हालत को लेकर पहले उठाई गई चिंताओं पर बात की। उन्होंने कहा कि कम ग्राउंड-क्लियरेंस वाली सुपरकारों का आसानी से आना दिखाता है कि मिलकर की गई कोशिशों से सड़कों में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, एक महीने के अंदर ही सही तालमेल से, हम यह कर पाए हैं। ये सभी कारें, जिनका ग्राउंड क्लीयरेंस सिर्फ चार से छह इंच है, सिलीगुड़ी से चलीं। इससे ही पता चलता है कि रास्ता अच्छी हालत में है।

#anugamini #sikkim

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

National News

Politics