वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है टीबी : अगवाने

पाकिम : जिला अस्पताल सिंगताम के अंतर्गत जिला क्षय रोग केंद्र पाकिम द्वारा आयोजित जिला स्तरीय विश्व क्षय रोग दिवस 2025 सोमवार को सिंगताम नगर पंचायत के सामुदायिक भवन में मनाया गया। इस अवसर पर ‘हां! हम टीबी को समाप्त कर सकते हैं : प्रतिबद्ध, निवेश और परिणाम’ थीम पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिला क्षय रोग केंद्र पाकिम, जिला अस्पताल सिंगताम द्वारा आयोजित जिला स्तरीय विश्व क्षय रोग दिवस 24 मार्च को विश्व स्तर पर मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य जनता को क्षय रोग (टीबी) के कारणों, लक्षणों, रोकथाम और उपचार के बारे में सूचित करना है। पाकिम के डीसी रोहन अगवाने ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कार्य किया और टीवी के खिलाफ लड़ाई में शीघ्र पहचान और प्रभावी उपचार की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया, जो एक महत्वपूर्ण वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है।

उन्होंने कहा कि टीबी जिला कार्य योजना 2026 प्रस्तुत की, जिसका उद्देश्य पाकिम जिले को टीबी मुक्त क्षेत्र में बदलना है। इस पहल में रोग का शीघ्र पता लगाने, रणनीतियों के कार्यान्वयन, टीबी निक्षय मित्रों की भूमिका को बढ़ावा देने, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण तथा क्षेत्र में टीबी उन्मूलन को सफल बनाने के लिए व्यापक निगरानी और डेटा संग्रह के महत्व पर बल दिया गया। डीसी ने टीबी से जुड़े कलंक को दूर करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और टीबी चैंपियनों के योगदान की सराहना की।

उन्होंने टीबी के स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक प्रभावों के बारे में जनता की समझ बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान और सामुदायिक सहभागिता गतिविधियों को प्राथमिकता देने की सिफारिश की। इसके अलावा टीबी मुक्त क्षेत्र के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं के लिए प्रोत्साहन की घोषणा की तथा टीबी मुक्त समाज के निर्माण में उत्कृष्ट योगदान देने वाली ग्राम पंचायतों (जीपीयू) की सराहना की। पाकिम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मदन मणि ढकाल ने 2025-2026 तक पाकिम जिले में टीबी को खत्म करने के उद्देश्य को दोहराया। उन्होंने टीबी के मामलों को कम करने के महत्व पर बल दिया। विशेष रूप से कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों में तथा उच्च जोखिम वाले समूहों के लिए पर्याप्त दवा और देखभाल उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया।

जिला क्षय रोग प्रभारी डॉ संध्या राई ने क्षय रोग के संबंध में जागरूकता बढ़ाने और उन्मूलन प्रयासों की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि टीबी से लड़ने के लिए सामूहिक कार्रवाई और समुदाय की व्यक्तिगत भागीदारी दोनों की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम में टीबी मुक्त जीपीयू पहल के विजेताओं को सम्मानित करने के लिए एक सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें रोलेप लामाटेन जीपीयू और सुदुंगलाखा जीपीयू को रजत श्रेणी में मान्यता दी गई। जबकि प्रेम लाखा सुभानेदरा जीपीयू, बुडांग कमरे जीपीयू और तारपिन जीपीयू को कांस्य श्रेणी में मान्यता मिली। पंचायतों, लैब तकनीशियनों, आशा कार्यकर्ताओं और निक्षय मित्र से जुड़े हितधारकों के योगदान को भी मान्यता दी गई।

टीबी और इसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं द्वारा एक नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद टीबी चैम्पियंस द्वारा अपने निजी अनुभव साझा किए गए। इस बैठक में जिला अस्पताल सिंगताम के अधीक्षक डॉ बिशाल प्रधान के साथ-साथ पंचायत प्रतिनिधियों, स्वास्थ्य अधिकारियों और जिला क्षय रोग केंद्र और जिला अस्पताल सिंगताम के कर्मचारी शामिल हुए।

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