गंगटोक, 04 अक्टूबर । सिक्किम की भीषण प्राकृतिक आपदा से जहां एक ओर त्राहिमाम की स्थिति हैं, वहीं दूसरी ओर विपक्षी सिटीजन एक्शन पार्टी सिक्किम ने इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
सीएपीएस प्रवक्ता महेश राई ने विज्ञप्ति में बताया कि कल रात हुई भारी बारिश के कारण चुंगथांग से लेकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में तीस्ता नदी के तटीय स्थानों पर बड़े पैमाने पर नुकसान की खबरें आ रही हैं। यह प्राकृतिक होने के साथ ही मानव निर्मित आपदा भी है, लेकिन फिलहाल अभी इससे प्रभावित लोगों को बचाना प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा, विगत दिनों में यूरोप के वैज्ञानिकों ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए जानकारी दी थी कि ल्होनक ग्लेशियर झील दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाली ग्लेशियर है जो कभी भी फट सकती है। लेकिन राज्य सरकार की ओर से कभी भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया और उनकी लापरवाही के कारण ही आज ऐसा हादसा हो गया।
श्री राई ने आगे कहा कि तीस्ता के किनारे बसे शहरों एवं बस्तियों में वर्षों से हो रहे नदी कटाव के खतरे के बारे में नागरिकों द्वारा समय-समय पर सिक्किम सरकार को सूचित किया गया है। पूर्व सरकार के समय में भी नागरिकों ने इस मुद्दे को लेकर सुरक्षात्मक कदम उठाने की मांग की थी। लेकिन न तो पिछली सरकार द्वारा और न ही वर्तमान सरकार द्वारा इस ओर कोई पहल की गई है। इससे राज्य को हर साल इस तरह की आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है।
सीएपीएस प्रवक्ता ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में उनकी पार्टी सभी प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। आज सुबह से ही पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष (संगठन) डीबी चौहान और कार्यकारी अध्यक्ष (प्रचार) एमबी लिम्बू पार्टी सदस्यों की टीम के साथ राहत व बचाव कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने सभी प्रभावित परिवारों से अपना मनोबल बनाए रखने और सतर्क रहने का आग्रह किया। इसके अलावा, उन्होंने इस समय सरकार और संबंधित विभागों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए सभी पार्टियों से दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर प्रभावितों की सहायता में आगे बढ़ने का आह्वान किया है।
No Comments: