सोरेंग । नीति आयोग के तहत आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) पर आधारित आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (एबीपी) के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी अभियान आज चुम्बोंग ब्लॉक के लिए च्याखुंग वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के सभागार में शुरू किया गया।
इस दौरान सोरेंग की जिला अध्यक्ष टीला देवी गुरुंग, पूर्व विधायक आदित्य गोले, डीसी धीरज सुबेदी, एडीसी डीआर बिस्ट, एडीसी गयास पेगा, एसडीएम गिदोन लेप्चा, एसडीएम सनी खरेल, नोडल पदाधिकारी सुश्री त्सोमू वांगचुक के साथ-साथ जिला एचओडी, लाइन विभाग के अधिकारी और पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में बैंकर्स, आशा, आंगनवाड़ी और स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एसजीएच और हितधारकों ने भी भाग लिया।
सभा को संबोधित करते हुए श्रीमती टीला देवी गुरुंग ने जिले के उत्थान में ईमानदारी से प्रयास करने और हितधारकों के बीच समान जिम्मेदारी लेने के महत्व पर बात की। उन्होंने कहा कि प्रशासन और समुदाय के दृढ़ प्रयासों से यह जिला राष्ट्र के लिए एक अनुकरणीय जिला बनेगा तथा यह कार्यक्रम स्थानीय विकास को प्रोत्साहित करने का एक सफल मॉडल होगा।
इस अवसर पर बोलते हुए आदित्य गोले ने कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री प्रेम सिंह तमांग के सोरेंग को आकांक्षी जिले से प्रेरणादायी जिला बनाने के सपने को साकार करने के लिए सभी की आवश्यकता दोहराई। उन्होंने एडीपी की विशेषता के रूप में साझेदारी और सामूहिक कार्रवाई के महत्व को रेखांकित किया, जो जिला प्रशासन को सहयोग देने के लिए विभिन्न विशेषज्ञता वाले विभिन्न विकास साझेदारों को साथ लाता है। उन्होंने जिले की अधिक उपलब्धियों के लिए वैश्विक लक्ष्यों को स्थानीय बनाने में सभी हितधारकों की भूमिका और जिम्मेदारियों पर पुनः जोर दिया।
सोरेंग के डीसी धीरज सुबेदी ने अपने संबोधन में कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि यह अभियान स्थानीय शासन और सार्वजनिक-निजी संबंधों के बीच सहयोग को बढ़ावा देकर नवीन तकनीकों का प्रयोग करता है। उन्होंने ब्लॉक/जिले के विकास के लिए निर्धारित रणनीतियों और परिणामों को प्राप्त करने के लिए मौजूदा योजनाओं को एकीकृत करने, परिणामों को परिभाषित करने और अंतर को पाटने के लिए निरंतर निगरानी की आवश्यकता को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के दौरान एसडीएम सह नोडल अधिकारी सनी खरेल ने पीपीटी प्रस्तुति दी, जिसमें कार्यक्रम की पृष्ठभूमि पर संक्षिप्त जानकारी सहित एडीपी और एबीपी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उनके प्रस्तुतीकरण में जिला और ब्लॉक के लिए क्रमशः एडीपी और एबीपी में पहचाने गए छह संकेतकों के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने अभियान के लक्ष्य और उद्देश्य निर्धारित किए तथा कार्यक्रम के छह संकेतकों के अंतर्गत विभिन्न लाभकारी योजनाओं को रेखांकित किया, जैसे कि कृषि फसल का बीमा, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, पशुओं का टीकाकरण और बीमा, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए मातृत्व लाभ, जन्म से ही बच्चों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम, सामुदायिक विकास के लिए अन्य बुनियादी और आवश्यक सुविधाएं आदि।
कार्यक्रम में सुश्री रिंकू राई मानसिक स्वास्थ्य पार्षद (पीएचसी सोरेंग) द्वारा मानसिक स्वास्थ्य पर एक संक्षिप्त सत्र भी शामिल था। अभियान के बारे में आज शुरू किया गया सम्पूर्णता अभियान तीन महीने का कार्यक्रम है जो 30 सितंबर, 2024 को समाप्त होगा। यह अभियान देश भर के 112 आकांक्षी जिलों और 500 आकांक्षी ब्लॉकों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पेयजल और स्वच्छता, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और बुनियादी ढांचे जैसे कई क्षेत्रों में छह चिन्हित संकेतकों की संतृप्ति प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करेगा, जिनमें से सोरेंग को आकांक्षी जिले और चुम्बोंग को आकांक्षी ब्लॉक के रूप में पहचाना गया है।
उपस्थित लोगों ने सम्पूर्णता अभियान की शपथ भी ली, जिसे जिला कलेक्टर ने दिलाया। प्रतिभागियो के प्रश्नों के समाधान के लिए एक इंटरैक्टिव ओपन-हाउस चर्चा भी आयोजित की गई। कार्यक्रम को अधिक जानकारीपूर्ण और प्रभावी बनाने के लिए सम्पूर्ण अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की गईं, जिनमें गैर-संचारी रोगों के लिए स्वास्थ्य जांच, वित्तीय साक्षरता के लिए बैंकिंग स्टॉल और स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रदर्शनियां शामिल थीं। आरंभ में स्वागत भाषण श्री गरप दोरजी भूटिया बीडीओ चुम्बोंग ने दिया।
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