गठबंधन तोड़ने की घोषणा के बाद सत्तारूढ पार्टी पर हमलावर हुई BJP
गंगटोक । सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के साथ गठबंधन के समाप्ति की घोषणा के एक दिन बाद सिक्किम प्रदेश भाजपा ने रविवार को सत्ताधारी पार्टी पर चौतरफा हमला शुरू करते हुए उसे भ्रष्ट बताते हुए आम लोगों से भगवा पार्टी को वोट देने का आह्वान किया है। प्रदेश भाजपा के अनुसार सत्ता में आने के बाद उनकी डबल इंजन की सरकार हिमालयी राज्य में तेजी से विकास सुनिश्चित करेगी।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पासांग शेरपा ने यहां संवाददाताओं से कहा, हमें खुशी है कि एसकेएम के साथ असहज गठबंधन हमेशा के लिए खत्म हो गया है और अब हम उनके बंधन को तोड़कर स्वतंत्र महसूस कर रहे हैं। एसकेएम पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी एक भ्रष्ट सरकार चला रही है जो राजनीतिक हिंसा में लिप्त है। राज्य की जल विद्युत परियोजनाओं जैसे प्राकृतिक संसाधनों और संपत्तियों को कौडिय़ों के भाव बेचा जा रहा है। इससे सहज नहीं रहते हुए भाजपा ने उनसे दूर रहने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि सिक्किम में सत्ता में आने पर भाजपा एसकेएम नेताओं और सरकारी अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार और सार्वजनिक धन की धोखाधड़ी के विभिन्न कृत्यों की जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
शेरपा ने एसकेएम के साथ गठबंधन टूटने के पीछे के कारणों पर कुछ न बोलते हुए चुनाव बाद एसकेएम के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का सिक्किम के लोगों के साथ एक अटूट गठबंधन है और उन्हें लोगों पर भरोसा है कि वे उनकी सेवा करने के लिए उनकी पार्टी को एक मौका देंगे। वहीं, एसकेएम नेता और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जैकब खालिंग के कल के दावे पर कि दोनों दलों के बीच चुनाव बाद गठबंधन के दरवाजे खुले हैं, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने ऐसी संभावना से इनकार किया। इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव में बहुमत से दूर रहने की स्थिति में एसडीएफ के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उसका फैसला पार्टी नेतृत्व पर छोड़ दिया।
ज्ञात हो कि सिक्किम में अपना और विस्तार करते हुए भाजपा ने एसकेएम से एकमात्र राज्यसभा सीट छीन ली और डीटी लेप्चा को अपने प्रतीक पर निर्वाचित कराया। ऐसे में, जब इस साल जनवरी के दूसरे सप्ताह में उम्मीद की जा रही थी कि दोनों पार्टियां सिक्किम विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगी, लेकिन एसकेएम नेतृत्व ने इससे किनारा कर लिया। एसकेएम को डर था कि एसडीएफ और सिटीजन एक्शन पार्टी जैसी विपक्षी पार्टियां राज्य को विशेष दर्जा दिलाने वाले संविधान के अनुच्छेद 371 (एफ) को कमजोर करने का आरोप लगाकर सिक्किम के लोगों की भावनाओं को भड़काकर फायदा उठा सकती हैं।
शेरपा ने कहा, पिछले 3 वर्षों से BJP ने SKM पार्टी के भ्रष्टाचार के जाल से खुद को दूर करने की कोशिश की है। यह एक अशोभनीय गठबंधन था जिससे भाजपा ने कई मौकों पर छुटकारा पाने की कोशिश की। कल केंद्रीय नेतृत्व के साथ गहन चर्चा के बाद आखिरकार यह बात सामने आई है। एसकेएम पार्टी और उसके शासन पर निशाना साधते हुए, भाजपा ने कहा, एसकेएम पार्टी ने विपक्षी दलों के खिलाफ हिंसा का सहारा लिया है, वे राज्य के वित्तीय संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं। एमसीएक्स, तीस्ता ऊर्जा बांध से सरकारी शेयरों की बिक्री, पूर्व मुख्य सचिव से जुड़े भ्रष्टाचार घोटाले, यहां तक कि कोविड-19 के दौरान राशन वितरण से जुड़े भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे भी शामिल हैं।
एसकेएम के चुनाव बाद गठबंधन के दावे के बारे में पूछे जाने पर शेरपा ने कहा, एसकेएम प्रवक्ता द्वारा दिया गया बयान, जहां उन्होंने दावा किया कि चुनाव बाद गठबंधन एसकेएम का खुद को बचाने का हताश प्रयास है। अब उन्हें डर है कि उनका भ्रष्टाचार उजागर हो जायेगा, लेकिन हम आपको आश्वस्त करते हैं कि चुनाव के बाद कोई गठबंधन नहीं हो रहा है।
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