गंगटोक : नागालैंड विधानसभा में आयोजित 22वें वार्षिक सीपीए इंडिया रीजन जोन-3 सम्मेलन के पूर्ण सत्र के दूसरे दिन आज सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष मिंगमा नोरबू शेरपा और उपाध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी थापा ने पूरे दल के साथ शिरकत की। सिक्किमी दल में विधानसभा सदस्य श्रीमती कला राई एवं श्रीमती पामिन लेप्चा, सचिव, प्रमुख निदेशक और विधान सभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।
सम्मेलन के दूसरे दिन “जलवायु परिवर्तन-हाल ही में पूर्वोत्तर क्षेत्र में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं के आलोक में” विषय पर विचार-विमर्श भी हुआ। इसमें भाग लेते हुए सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष मिंगमा नोरबू शेरपा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि विधायकों और नीति निर्माताओं को नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाकर, ऊर्जा दक्षता बढ़ाकर और स्थायी भूमि उपयोग प्रथाओं को अपनाकर कार्बन उत्सर्जन को कम करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने समुदायों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से बचाने के लिए आपदा तैयारी और पूर्व चेतावनी प्रणालियों का भी आग्रह किया।
साथ ही, सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष ने पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों, पुलों, जल निकासी प्रणालियों के जलवायु-लचीले बुनियादी ढांचे के डिजाइन को अपनाने का भी सुझाव दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग गोले के कुशल नेतृत्व में सिक्किम सरकार द्वारा शुरू की गई जलवायु-लचीले, हरित पर्यावरण और सतत विकास पहल पर भी प्रकाश डाला। इसके अलावा, सिक्किमी प्रतिनिधियों ने नागालैंड विधानसभा परिसर स्थित बॉटनिकल गार्डन में पौधरोपण अभियान में भी भाग लिया। सम्मेलन के समापन से पहले, सदन ने संसदीय लोकतंत्र, समावेशी विकास और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए 9 प्रस्तावों को अपनाया और नागालैंड विधानसभा के वर्तमान सदस्य के आकस्मिक निधन पर मौन भी रखा।
इसके बाद, राज्यसभा उपसभापति हरिवंश और संसदीय कार्य मंत्री केजी केन्ये के समापन भाषण के साथ सम्मेलन संपन्न हुआ। इस अवसर पर मेघालय विधानसभा अध्यक्ष सह सीपीए इंडिया क्षेत्र जोन-3 के उपाध्यक्ष थॉमस ए संगमा और नागालैंड विधानसभा उपाध्यक्ष एस तोइहो येप्थो द्वारा भी आभार व्यक्त किया गया।
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