गंगटोक, 20 सितम्बर । एसडीएफ पार्टी की ओर से बीते दिन हुए समावेशी कार्यक्रम को लेकर एसकेएम ने जोरदार हमला बोला है।
इस संदर्भ में एसकेएम की सोशल मीडिया सचिव शीतल सोतांग (राई) ने एक बयान जारी कर कहा है कि एसडीएफ पार्टी के नेताओं ने 19 सितंबर को घोषणा किया था कि सिक्किम के राजनीतिक दिग्गजों के साथ-साथ एसकेएम पार्टी के शीर्ष नेता एसडीएफ पार्टी में शामिल होंगे। उनका यह ढोल पूरी तरह झूठा साबित हो चुका है। एसकेएम पार्टी का कोई भी नेता कल एसडीएफ पार्टी में शामिल नहीं हुआ। इस समावेशी कार्यक्रम में कुछ सेवानिवृत्त नौकरशाह शामिल जरूर हुए, जो पवन चामलिंग की मदद करते थे। ये नौकरशाह 2019 में एसडीएफ पार्टी की मदद की थी। 2019 के आम चुनाव में कुछ अवसरवादी लोग, जिन्हें पवन चामलिंग की परिवारवादी, सामंती सोच और कार्य पद्धति के कारण मौका नहीं मिला और उन्होंने एसडीएफ त्याग दिया वे मौका बनता देख फिर से एसडीएफ में लौट आये हैं। इसका ज्वलंत उदाहरण श्री आशीष राई हैं।
उन्होंने कहा कि कल एसडीएफ पार्टी को स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स कहने वाले आशीष राई ने 2019 में टिकट नहीं मिलने पर स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स एसडीएफ पार्टी के मुख्यालय की खिड़कियां पत्थरों से तोड़ दी थी। राजनीति की पाठशाला में एसडीएफ पार्टी अपने ही मुख्यालय पर पत्थर फेंकना सिखाया या सिखाया जाता है, उनके व्यवहार से यह साबित हो गया है। आशीष राई ने कहा था कि मै एक बार नहीं सैकड़ों बार थूक कर चाटने को तैयार हूं। इससे साबित होता है कि श्री आशीष राई ने स्वीकार किया कि एसडीएफ पार्टी वास्तव में थूक है। सोतांग ने आगे कहा है कि यदि आप उसे सैकड़ों बार भी चाटें, तो भी जो थूक बाहर निकलता है, वह मुंह से निकला हुआ थूक ही होता है। वह किसी की प्यास नहीं बुझा सकता, न ही उसमें मिट्टी को गीला करके कीचड़युक्त करने की शक्ति होती है। अत: यह तो स्पष्ट है कि चाहे सैकड़ों बार थूक कर चाटा जाये, श्री आशीष राई की इच्छा नहीं बुझेगी। और वह निश्चित रूप से स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स के मुख्यालय पर फिर से पत्थर फेकेंगे। इसी प्रकार सेवानिवृत्त नौकरशाह श्री एसटी तमांग, श्री पद्मलाल सुब्बा आदि 2019 तक जनविरोधी नौकरशाह थे, जो एक सरकारी अधिकारी के रूप में कार्य नहीं कर रहे थे बल्कि तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री पवन चामलिंग की चापलूसी कर रहे थे। एसकेएम पार्टी की सरकार आने के बाद उन्होंने अपना असली रूप दिखाकर एसडीएफ पार्टी का दामन थाम लिया।
उन्होंने कहा कि एसडीएफ पार्टी ऐसे जनविरोधी और भ्रष्ट नौकरशाहों का स्रोत है। श्री नवीन कार्की वही हैं, जिन्होंने 2019 से पहले एसकेएम को छोड़ दिया और एसडीएफ की मदद की, क्योंकि उनके हित पूरे नहीं हुए थे। कुल मिलाकर विभिन्न कृत्यों में जो व्यक्ति कल एसडीएफ पार्टी में शामिल होने का नाटक कर रहे थे, वे एसडीएफ पार्टी की आड़ में काम करने वाले थे। सोतांग ने कहा कि एसडीएफ पार्टी वह जगह है, जहां समाज के ऐसे जनविरोधी तत्व एक साथ आते हैं और सिक्किम और सिक्किम के लोगों के खिलाफ एकजुट होते हैं। एसकेएम पार्टी में केवल वही लोग हैं जो गरीबों की प्रगति, युवाओं का भविष्य और छात्रों को मिल रही अच्छी शिक्षा को देख सकते हैं। जबकि एसडीएफ पार्टी अत्यंत स्वार्थी, स्वार्थ से भरे महत्वाकांक्षी लोगों का समूह बन गई है। अतीत और वर्तमान दिखाता है कि एसडीएफ पार्टी, जिसका स्वामित्व ऐसे स्वार्थी लोगों के पास है जो सिक्किम के लोगों के कल्याण और अधिकारों के लिए एक भी काम नहीं कर सकती है। सिक्किम के आम लोग समझ गए हैं कि एसडीएफ पार्टी ने अपने शासन के दौरान सिक्किम के लोगों का शोषण और उत्पीड़न किया था, इसलिए 2024 में फिर से कोई गलती नहीं करेंगे। अभी एसडीएफ के नेता घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। सोतांग ने कहा कि एसकेएम पार्टी को विश्वास है कि सिक्किम के आम लोग एसडीएफ 2.0 अभियान को सही समय पर उचित जवाब देंगे। अपने शासन काल में आम जनता पर अत्याचार व शोषण करने वाले एसडीएफ पार्टी के नेता ने कहा कि एसडीएफ को एक और मौका दीजिए, हम बेहतर करेंगे। लेकिन जनता उनके यह बेहतरी के झांसे में नहीं फंसेगी।
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