गंगटोक, 21 सितम्बर । सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के अम्बर राई द्वारा सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) तथा पूर्व मुख्यमंत्री पवन चामलिंग पर लगाए गए आरोपों पर एसडीएफ ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। साथ ही इसके जवाब में पार्टी ने कहा है कि हमारे पास सत्ता में वापस आने की योजना और रणनीति है और अम्बर राई को एसडीएफ नहीं, बल्कि एसकेएम एवं अन्य पार्टियों से पूछना चाहिए कि वे क्या कर रहे हैं?
एसडीएफ के सोशल मीडिया सचिव सुशील राई ने विज्ञप्ति में कहा कि हमारे पास अपनी स्थिति को प्रतिबिंबित करने और राज्य के युवाओं की इच्छाओं का जवाब देने के लिए कई साल थे। उसके लिए हम युवाओं और छात्रों के सदैव आभारी हैं और उनको धन्यवाद देते हैं। अम्बर राई के विचारों को निंदनीय एवं पूर्वाग्रह से ग्रसित बताते हुए उन्होंने कहा, अब हमारी नीतियों को उचित रूप से संशोधित कर राज्य के भविष्य को साकार करने हेतु नई नीतियां तैयार की जाएंगी। बहरहाल हम युवाओं एवं छात्रों का उपयोग जन लोकप्रियता की लहर पर सवार होकर सत्ता में वापस आने के लिए कर रहे हैं।
एसडीएफ नेता ने आगे कहा, हमारे पार्टी अध्यक्ष के प्रति नफरत के कारण एसकेएम के लोग सच्चाई नहीं देख पा रहे हैं। उन्हें लगता है कि एसडीएफ-2 में कोई दम नहीं है और हमारा सिक्किम बचाओ अभियान एक नाटक है। इसलिए वे व्यक्तिगत हमलों का सहारा ले रहे हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि हमने अपनी नई नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में अभी बताना भी शुरू नहीं किया है। ऐसे में एसकेएम नेता को कोई भी टिप्पणी न करने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि जब हम अपना घोषणा-पत्र पेश करेंगे, तब आपको वस्तुस्थिति का पता चलेगा।
राई के अनुसार, अब सिक्किम के लोग भी यह मानने लगे हैं कि एसकेएम पिछले एसडीएफ सरकार में किए गए अच्छे कार्यों की सराहना नहीं करते हैं। ऐसे में अपने रुख को साबित करने हेतु हम 2024 चुनावों का इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा, दूसरों की जिंदगी में गंदगी डालना बहुत आसान है। लेकिन आपको लोगों से उनका हक छीनने के आरोप में जेल जाने वाले, गरीबों में वितरित की जाने वाली गायों की बिक्री से प्राप्त पैसे का गबन करने वाले गोले पर भी एक नजर डालनी चाहिए। इसलिए नफरत से समाज की समस्याओं का समाधान नहीं होगा। ऐसे में उन्होंने एसकेएम नेता को ऐसी फालतू बातों से बचते हुए अपनी सरकार में नीतियों की कमी और अपने नेताओं की करतूतों पर गौर करने की सलाह दी।
इसके अलावा, मौजूदा सरकार में पारदर्शिता की कमी का भी आरोप लगाते हुए सुशील राई ने कहा कि आज विधानसभा की कार्यवाही का कोई सीधा प्रसारण नहीं होता है, विपक्षी दलों की एफआईआर नहीं ली जा रही है। यह सूची बहुत लंबी है और आने वाले समय में ये सभी मुद्दे सामने आएंगे। इसके साथ ही उन्होंने एसकेएम नेता को एसडीएफ की लोकप्रियता का अंदाजा लगाने हेतु पिछली 19 तारीख को हुए सामूहिक ज्वाइनिंग कार्यक्रम का वीडियो देखने की भी सलाह दी।
No Comments: