गंगटोक : क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान (आरएआरआई), गंगटोक ने आज विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के आमंत्रित विषय विशेषज्ञों के साथ एक परामर्श बैठक का आयोजन किया। बैठक में भाग लेने वाले विशेषज्ञों में प्रो केआर राम मोहन (विभागाध्यक्ष, मानवशास्त्र विभाग, सिक्किम विश्वविद्यालय), डॉ अशोक कुमार (एचओआरसी एवं वैज्ञानिक, आईसीएआर तादोंग), डॉ लोकेश देब (वैज्ञानिक–डी, आईबीएसडी गंगटोक), डॉ सांगे डिकी भूटिया (अनुसंधान अधिकारी-2, जनजातीय अनुसंधान संस्थान, सिक्किम), डॉ पेम्पा एल भूटिया (वैज्ञानिक, आईसीएआर तादोंग), डॉ चूकी लेप्चा (हिंदी समन्वयक, एचआरडीडी, सिक्किम सरकार, तथा रेन नामग्याल (पासिंगडांग, जंगू – ऑनलाइन) उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत सहायक निदेशक प्रभारी, डॉ अचिंत्य मित्र की स्वागत उद्बोधन के साथ हुई, जिसके पश्चात विशेषज्ञों का परिचय सत्र आयोजित किया गया। इसके बाद अनुसंधान अधिकारियों (आयु.) एवं प्रमुख अन्वेषकों, डॉ श्रीलक्ष्मी आरएस एवं डॉ लिजिमा सी-द्वारा प्रस्तुति दी गई, जिसने सहभागियों के बीच एक सार्थक और ज्ञानवर्धक संवाद को प्रोत्साहित किया। विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए, रचनात्मक सुझाव प्रदान किए तथा भविष्य के कार्यों को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण सलाह दी।
बैठक का समापन अनुसंधान अधिकारी (वनस्पति), डॉ जगदीश चंद्र आर्य द्वारा औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी विशेषज्ञों एवं प्रतिभागियों के मूल्यवान योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया। आरएआरआई गंगटोक ने बहु-विषयक विशेषज्ञों की सक्रिय सहभागिता के माध्यम से सहयोगात्मक अनुसंधान और स्वदेशी ज्ञान प्रलेखन की गुणवत्ता तथा दायरे को सुदृढ़ करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
#anugamini #sikkim
No Comments: